प्रधानमंत्री मोदी भले ही देश को खेलों की महाशक्ति बनाने का ख्वाब देख रहे हैं लेकिन देश भर में खेलों को चलाने वाली स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी में लालफीताशाही की कार्यप्रणाली किस कदर खेल बिगाड़ रही है इसकी ताजा मिसाल सामने आई है.
हाल ही में साइ ने अपने ट्विटर हैंडल से ऐलान किया था कि भारतीय टेबल टेनिस मे दो विदेश कोच जोड़े जाएंगे लेकिन उनके अपॉइंटमेंट के लिए जरूरी कागजी कार्रवाई में इतनी देर कर दी कि अब इन दोनों कोचों ने भारत आने से इनकार कर दिया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया के ब्रेट क्लार्क और चीन के कोच यिन वेइ ने भारत आने से इनकार कर दिया है. क्लार्क को जूनियर टेबल टेनिस का कोच बनाया गया था जबकि यिन को कोलकाता में साइ की नेशनल टेबल टेनिस एकेडमी में नियुक्त किया गया था.
इनके नियुक्ति का ऐलान करने के बाद साइ ने कोई खोज खबर ही नहीं ली और इन दोनों ही कोचों की दूसरे देशों के फेडरेशन में काम मिल गया. इन दोनं ने ही ईमेल के जरिए भारतीय टेबल टेनिस फेडरेशन में को इत्तिला दे दी है. खबर के मुताबिक क्लार्क ने सूचित करते हुए कहा है कि वह छह महीने तक अपने नियुक्ति पत्र का इंतजार करते रहे लेकिन साइ की ओर से कोई खबर नहीं आई. कमोबेश ऐसा ही ईमेल यिन ने भी भेजा है.
हाल ही में कॉमनवेल्थ खेलों और एशियन गेम्स में भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ियों ने जिस तरह से शानदार प्रदर्शन किया है उससे अनुमान लगाया जा रहा है इस खेल में भारत के लिए जोरदार संभावनाएं हैं लेकिन साइ या यह रवैया निश्चित ही निराशाजनक कहा जा सकता है.
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