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12 साल बाद राष्ट्रमंडल खेलों में आ सकते हैं तीरंदाजी के अच्छे दिन, 2022 में हो सकती है शामिल

तीरंदाजी को आखिरी बार नई दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल किया गया था

Updated On: Dec 21, 2018 04:29 PM IST

FP Staff

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12 साल बाद राष्ट्रमंडल खेलों में आ सकते हैं तीरंदाजी के अच्छे दिन, 2022 में हो सकती है शामिल

भारतीय तीरंदाजी के इतिहास में 2010 राष्ट्रमंडल खेलों का महत्वपूर्ण स्थान है. भारत की दीपिका कुमारी ने इन खेलों में दो स्वर्ण हासिल किए थे. दीपिका ने ना सिर्फ व्यक्तिगत स्पर्धा का स्वर्ण जीता, बल्कि महिला रिकर्व टीम को भी स्वर्ण दिलाया था. 2014 ग्लास्गो और 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में तीरंदाजी को जगह नहीं दी गई थी. तीरंदाजी को आखिरी बार नई दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल किया गया था. जिसकी वजह से दीपिका को राष्ट्रमंडल खेलों में अपने इस प्रदर्शन को दोहराने का मौका नहीं मिल सका.

लेकिन अब 12 साल बाद राष्ट्रमंडल खेलों में तीरंदाजी को शामिल किए जाने की उम्मीद बढ़ी है. ब्रिटिश तीरंदाजी संघ (तीरंदाजी ग्रेट ब्रिटेन) ने कहा कि उसने 2022 में बर्मिंघम में होने वाले खेलों में तीरंदाजी को अतिरिक्त वैकल्पिक खेल के रूप में शामिल करने का प्रस्ताव रखा है. जिससे हर चार साल में होने वाले इन खेलों में इस खेल को शामिल किये जाने की संभावना बन गई है.

तीरंदाजी ग्रेट ब्रिटेन की इस मांग के साथ के साथ विश्व तीरंदाजी और तीरंदाजी इंग्लैंड के प्रतिनिधि भी शामिल हैं. भारत की नंबर एक आर्चर दीपिका ने तीरंदाजी ग्रेट ब्रिटेन के इस कदम की सराहना की है. उन्होंने कहा, ‘यह इस खेल के लिए उत्साहजनक खबर है. इससे तीरंदाजों को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरणा मिलेगी. इससे हमें देश के लिए पदक जीतने के अधिक मौके मिलेंगे.’

2010 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत की कम्पाउंड तीरंदाजी टीम ने पुरुष और महिला टीम स्पर्धाओं में क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीता था. जिससे ये खेल उसके लिए यादगार बन गए थे.

(भाषा के इनपुट के साथ)

 

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