नाम- सायना नेहवाल
उम्र - 27 साल
स्पोर्टस - बैडमिंटन
कैटेगरी - महिला सिंगल्स
पिछला कॉमनवेल्थ प्रदर्शन: 2006 मेलबर्न में मिक्स टीम में कांस्य, 2010 नई दिल्ली में सिंगल्स में स्वर्ण और मिक्स टीम में कांस्य
सायना नेहवाल भारत के उन स्टार खिलाड़ियों में शामिल है जिन्होंने हमेशा ही देश को उन पर गर्व करने का मौका दिया है. बैडमिंटन जगत में उन्होंने भारत का नाम कई बार रोशन किया है. इस साल गोल्ड कोस्ट में 2018 कॉमनवेल्थ खेलों में नेहवाल अपने 2010 कॉमनवेल्थ खेलों की सफलता को दोहराना चाहेंगी. आठ साल पहले 20 साल की सायना ने कॉमनवेल्थ खेलों में आखिरी दिन गोल्ड मेडल जीता था. वह इस उपलब्धि को हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बनी थीं और उनके इस मेडल की मदद से भारत ने पदक तालिका में इंग्लैंड को पछाड़कर दूसरा स्थान हासिल किया था.
भले ही सायना का जन्म हरियाणा में हुआ था, लेकिन वह आठ साल की उम्र में अपने माता-पिता के साथ हैदराबाद आ गई थी. सायना नेहवाल के माता पिता के लिए उऩका बैडमिंटन खेलने का सपना पूरा करना आसान नहीं था. हर साल उन्हें सायना पर 25 से 40 हजार रुपए का खर्च उठाना पड़ता था. सायना ने हार नहीं मानी और जूनियर लेवल से ही अपनी प्रतिभा से दिखा दिया कि वह अपने माता पिता के त्याग को जाया नहीं होने देंगी.
इसी वक्त वह कोच गोपीचंद के संपर्क में आई और उनका विजय अभियान शुरू हुआ. 16 साल की उम्र में वह फिलीपींस ओपन जीतने वाली सबसे कम की एशियन खिलाड़ी बनीं. इसके बाद साल 2008 में वह वर्ल्ड जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं. इसके बाद उनकी जीत का सफर शुरू हुआ जो 2012 लंदन ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल तक कायम रहा. पिछले कुछ समय में इंजरी और सर्जरी से उबर रही सायना के लिए यह वापसी का अच्छा मौका होगा.
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