नाम: गगन नारंग उम्र: 34
खेल: निशानेबाजी
कैटेगरी: 50 मीटर राइफल प्रोन
पिछला कॉमनवेल्थ प्रदर्शन: 2006 और 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में 4- 4 गोल्ड मेडल, 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल
कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए सबसे अधिक पदक जीतने वाले खेल में निशानेबाजी हमेशा शीर्ष पर रहती है और दिमाग में जो बड़ा नाम आता है वह है 2012 लंदन ओलिंपिक के ब्रॉन्ज मेडल विजेता गगन नारंग का, जिनका सफर कॉमनवेल्थ गेम्स में बेहद ही शानदार है. तीन कॉमनवेल्थ में उन्होंने 10 मेडल जीते, वहीं लंदन ओलिंपिक में भी ब्रॉन्ज पर निशाना लगाया. आॅस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में 4 से 15 अप्रैल तक होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में नारंग 50मीटर राइफल प्रोन में चुनौती पेश करेंगे.
हालांकि साल 2016 इनके लिए अच्छा नहीं रहा. पहले तो वह शुरुआती तीन वर्ल्ड कप में 10 मीटर एयर राइफल के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने में असफल रहे, उसके बाद रियो ओलिंपिक में भी 50 मीटर राइफल प्रोन और 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में उनका प्रदर्शन काफी निराशजनक रहा. 2017 उनके लिए पिछले साल की तुलना बेहतर रहा और गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ शूटिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता. नारंग के बारे में कहा जाता है कि जब वे दो साल के थे, तभी उनके पिता को उनमें एक अच्छा शूटर बनने के लक्षण दिख गए थे, नारंग दो साल की उम्र में खिलौने वाली पिस्टल से बलून पर निशाना साधते थे.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.