भारत की युवा महिला मुक्केबाजों ने सोफिया में आयोजित बाल्कान अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन किया. भारत ने चैंपियनशिप में आठ पदकों पर कब्जा जमाया है. भारतीय मुक्केबाजों द्वारा जीते गए आठ पदकों में चार गोल्ड मेडल शामिल हैं. इस प्रतियोगिता में भारतीय दल ने सबसे अधिक मेडल जीते. एक सप्ताह तक चले इस टूर्नामेंट में भारत की 10 शीर्ष स्तरीय मुक्केबाजों ने 49 स्पर्धाओं में हिस्सा लिया. इसमें 13 देशों के खिलाड़ियों ने भी हिस्सा लिया.
भारतीय मुक्केबाजी संघ (बीएफआई) के अध्यक्ष अजय सिंह ने मेडल विजेता मुक्केबाजों को बधाई देते हुए कहा, "एक और बेहतरीन उपलब्धि हासिल करने के लिए मैं भारतीय खिलाड़ियों का शुक्रगुजार हूं. इससे पता चलता है कि हम एआईबीए महिला युवा विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के लिए सही रास्ते पर हैं. इसका आयोजन अगले माह 19 से 26 नवम्बर तक गुवाहाटी में होगा."
बाल्कान मुक्केबाजी चैंपियनशिप में नीतू ने 48 किलोग्राम वर्ग में बल्गारिया की एमी-मारी टोडोरोवा को 5-0 से, शशि ने 57 किलोग्राम वर्ग में इटली की गियोरडाना सोरेंतीनो को मात देकर गोल्ड जीता. इसके अलावा, 54 किलोग्राम वर्ग में साक्षी ने बियानकामारिया तेसारी को मात देकर गोल्ड जीता, वहीं 81-प्लस किलोग्राम वर्ग में नेहा यादव ने हंगरी की आंद्रिएने जुहाज को हराकर गोल्ड पर कब्जा जमाया. रेफरी ने साक्षी और तेसारी का मैच बीच में ही रोक दिया.
अंकुशिता को हालांकि, 64 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में इटली की रेबेका निकोलो से हार का सामना कर रजत मेडल से संतोष करना पड़ा, वहीं 51 किलोग्राम वर्ग में जॉय कुमारी, 81 प्लस किलोग्राम वर्ग में अनुपमा और 75 किलोग्राम वर्ग में सपना को कांस्य मेडल हासिल हुआ. इस प्रतियोगिता में इटली, हंगरी, इंग्लैंड, रूस, यूक्रेन, बल्गारिया, पोलैंड, स्वीडन, कोसोवो, कनाडा, कजाकिस्तान और अल्बानिया की मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया.
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