हाल ही में श्रीलंका की क्रिकेट का खराब परफॉर्मेंस क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बना रहा है. टीम के प्रदर्शन में सुधान लाने के लिए क्रिकेट बोर्ड ने कोच चंद्रिका हथुरासिंघे को टीम के चीफ कोच की जिम्मेदारी सौंपी है. और अब हथुरासिंघे और अधिक ताकत सौंपी गई है. उन्हें अब चयनकर्ता की भूमिका निभाने की जिम्मेदारी दी ताकि टीम चयन में उन्हें ज्यादा महत्व मिले.
श्रीलंका क्रिकेट के अध्यक्ष थिलंगा सुमतिपाला ने कहा, ‘ जब टीम दौरे पर होगी तो वह (हथुरासिंघे) टीम में शामिल होने वाले अंतिम 11 खिलाड़ियों का चयन कर सकेंगे जबकि प्रबंधक और कप्तान सह-चयनकर्ता की भूमिका में होंगे.’ श्रीलंका के खेल कानून 1973 के तहत कोच को राष्ट्रीय चयनकर्ता होने की अनुमति नहीं है.
हालांकि टीम के चयन के समय कोच के पास राष्ट्रीय चयन समिति के काम में दखल देने का अधिकार नहीं होगा. सुमतिपाला ने कहा कि नयी व्यवस्था के तहत चयनकर्ताओं का टीम के साथ यात्रा करना जरूरी नहीं होगा. श्रीलंका को 2017 में सभी प्रारूपों में खेले गये 57 मैचों में से 40 में हार का समाना करना पड़ा.
इस मौके पर सुमतिपाला ने नये सचिव के रूप में रोशन बियानवेला की नियुक्ति की जानकारी दी जो वायुसेना अधिकारी है.
असम में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रैली में कहा था कि सीआरपीएफ जवानों का त्याग बेकार नहीं जाएगा क्योंकि केंद्र में कांग्रेस की सरकार नहीं बल्कि बीजेपी की सरकार है.
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आदिल के पिता गुलाम ने कहा, 'हम CRPF के जवानों की मौत की खुशी नहीं मना रहे. हम परिवारों का दर्द समझते हैं, क्योंकि यहां हम सालों से हिंसा का सामना कर रहे हैं
प्रदर्शन करने वाले लोगों के हाथ में तिरंगा भी नजर आ रहा है और उनके चेहरे पर पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा है