बात अगर क्रिकेट में फिक्सिंग की हो और किसी पाकिस्तानी क्रिकेटर का नाम ना आए ऐसा मुमकिन हीं लगता. जेंटलमेन गेम कहे जाने वाले क्रिक्ट के खेल को कलंकित करने के आरोप अब एक और पाकिस्तानी क्रिकेटर को बैन किया गया है.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी ने स्पॉट फिक्सिंग मामले में शामिल होने के आरोप में शाहजेब हसन पर एक साल की पाबंदी लगाई है. शाहजेब पर पाकिस्तान सुपर लीग यानी पीएसएल के पिछले सीजन के दौरान स्पॉट फिक्सिंग का आरोप लगाया गया था.
Shahzeb hassan fined 10 lac and banned for one year on two violations proved guilty Period from 17th match 2017 to 17 march 2018#PSL2018@thePSLt20 pic.twitter.com/94AND6h4Sb
— Adrees Malik (@masadmuzmalik) February 28, 2018
पीसीबी के मुताबिक हसन ने आचार संहिता के नियम 2.4.4 और 2.4.5 का उल्लंघन किया, उन्हें फिक्सिंग की जानकारी का छिपाने को दोषी पाया गया है.
इन आरोपों के सामने आने के बाद शाहजेब को पीसीबी ने पिछले साल 18 मार्च को अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया था और उन पर लगाए गए प्रतिबंध को समाप्त होने में अब 3 सप्ताह से भी कम समय रह गया है. हसन पर 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है.
पीसीबी के कानूनी सलाहकार तफाजुल रिजवी ने कहा, उनका पर लगा प्रतिबंध 17 मार्च को हट सकता है, लेकिन याद रखें कि भ्रष्टाचार विरोधी नियमों के अनुसार, आपको पुनसुर्धार की प्रक्रिया के माध्यम से गुरजना होता है. पुनर्वास की दिशा में पहला कदम अपराध की स्वीकृति है. यदि वह स्वीकार नहीं करता कि वह दोषी था, तो उसके पुनर्वास प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकती.
शाहजेब पीएसएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में निलंबित होने वाले छठे खिलाड़ी हैं. उनसे पहले सरजील खान (5 साल), खालिद लतीफ (5 साल), नासिर जमशेद (1 साल), मोहम्मद इरफान (1 साल) और मोहम्मद नवाज (2 महीने) पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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