न्यूज 18 इंडिया के 'ऑपरेशन क्लीन बोल्ड' से भारतीय क्रिकेट खासकर बिहार और झारखंड में टीम में चयन को लेकर चल रहे भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हुआ है. सच कहा जाए तो पिछले कुछ दिन से बहुत से दर्शकों, नौजवान खिलाड़ियों और क्रिकेट से जुड़ी हस्तियों ने इस ऑपरेशन के बाबत न्यूज 18 इंडिया से संपर्क किया. इस दौरान हर किसी का सवाल था कि आखिर ऑपरेशन क्लीन बोल्ड में क्या पर्दाफाश होने वाला है.
उन सवालों के जवाब देने का वक्त आ चुका है और बुधवार को न्यूज 18 इंडिया ने अपने ऑपरेशन क्लीन बोल्ड में इसका खुलासा किया है. इस ऑपरेशन को देखने के बाद देश के बहुत से लोगों का क्रिकेट से भरोसा उठ जाएगा. इस ऑपरेशन में खुलासा हुआ है कि किस तरह चयनकर्ता या फिर एसोसिएशन के सदस्य युवा क्रिकेटर्स को टीम में जगह दिलाने के बहाने क्रिकेट के साथ विश्वासघात कर रहे हैं. वह खिलाड़ियों को खिलाने के लिए 50 हजार से लेकर एक करोड़ रुपए तक की मांग भी करते हैं.
इस ऑपरेशन में यह भी खुलासा हुआ है कि कुछ खिलाड़ियों को खिलाने के लिए उनके फर्जी दस्तावेज भी बनवाए गए थे. हालांकि, पड़ताल के बाद यह सब फर्जी पाया गया है. यकीनन न्यूज 18 के इस ऑपरेशन में हुए खुलासे के बाद क्रिकेट को शरीफों का खेल कहने का मन नहीं करेगा.
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इस दौरान नीरज कुमार (चयनकर्ता,बिहार क्रिकेट एसोसिएशन) 'ऑपरेशन क्लीन बोल्ड' के तहत यह कहते हुए खुफिया कैमरे में कैद हो गए है कि अगर आप ये रकम अदा करते हैं तो इसी सीजन में आप रणजी ट्रॉफी तो क्या सब कुछ खेल सकते है. टी20 हो या रणजी ट्रॉफी हो या फिर वन-डे हो...विजय हजारे.
जबकि वह खिलाड़ी को आगे बढ़ाने के लिए यह कहते नजर आए कि सिस्टम उसको ढकेल देता है, क्योंकि उसके पीछे गांधीजी (रुपए) जो लगे हुए हैं. यही नहीं, उन्होंने दावा भी किया कि वह एक करोड़ रुपए लेने के बाद सिर्फ दो महीने के अंदर किसी क्रिकेटर को उस कतार में खड़ा कर देंगे, जहां क्रिकेट के बड़े-बड़े सूरमा खड़े हैं. वहीं नीरज कुमार ने 75 लाख रुपए देने के बदले रणजी ट्रॉफी खिलाने का आश्वसन दिया.
यही नहीं, नीरज कुमार ने इस दौरान एक बड़ा खुलासा भी किया कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव रवि शंकर प्रसाद से उनकी बात हो चुकी है और खिलाड़ी को 40 लाख रुपए में एडजस्ट कर लिया जाएगा. इस दौरान पांच लाख फर्जी दस्तावेज बनाने में लग जाएंगे. वहीं 35 लाख रवि शंकर सिंह की पॉकेट में चले जाएंगे. जबकि उन्होंने दिल्ली एनसीआर में एक फ्लैट की भी मांग कर डाली.
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बहरहाल, इस ऑपरेशन में अमलेश कुमार (सचिव लातेहार क्रिकेट एसोसिएशन) भी खुफिया कैमरे में रिश्वत लेकर खिलाड़ी को मौका देने की बात कहते नजर आए. उन्होंने दावा किया कि पैसों के दम पर एक खिलाड़ी को अंडर-16, अंडर-19, अंडर-23 ही नहीं बल्कि रणजी ट्रॉफी, विजय हज़ारे ट्रॉफी और आईपीएल जैसे टूर्नामेंट खिलाने का रास्ता साफ कर दिया जाएगा.
न्यूज 18 इंडिया की अंडरकवर टीम ने रांची क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव मोहम्मद वसीम से भी इस दौरान बात की. उन्होंने किसी भी बाहरी खिलाड़ी को जिला स्तर पर खिलाने के लिए 40 हजार से 50 हजार रुपए की मांग की. जबकि रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए यही रकम बढ़कर करीब 4-5 लाख रुपए हो गई. इस दौरान उन्होंने झारखंड से फर्जी दस्तावेज बनवाने का आश्वसन भी दिया. मजेदार बात ये है कि इस दौरान आधार कार्ड से लेकर वोटर कार्ड तक बन जाते हैं. वैसे कुछ लोग इस दौरान होटल बुक कराने से लेकर गाड़ी और दिल्ली में फ्लैट देने की एवज में खिलाड़ी को जिला या स्टेट टीम में खिलाने का दावा करते नजर आए.
इस ऑपरेशन पर प्रतिक्रिया देते हुए आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा कि ऑपरेशन क्लीन बोल्ड में जो दिखाया जा रहा है वो क्रिकेट के लिए दुख की बात है. हम इस मामले की जांच करेंगे और जो दोषी होगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा. वहीं इस खुलासे पर प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय ने कार्रवाई करने का आश्वसन दिया है.
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ऑपरेशन क्लीन बोल्ड के दौरान न्यूज 18 इंडिया के स्टूडियो में मौजूद क्रिकेट एक्टिविस्ट आदित्य वर्मा ने क्रिकेट में करप्शन के लिए प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय को जिम्मदार ठहराया है. साथ ही उन्होंने दावा किया है कि बिहार में पैसे के बल पर बाहर खिलाड़ी फर्जी दस्तावेज के साथ जमकर खेल रहे हैं और मैं इस बात की शिकायत विनोद राय से कर चुका हूं, लेकिन इस पर कोई जांच नहीं हुई.
बिहार रणजी टीम के पूर्व कप्तान सुनील कुमार ने एसोसिएशन के अधिकारियों पर रिश्वत लेकर खिलाड़ियों को खिलाने आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, ' इस रणजी सीजन में बिहार ने 40 से ज्यादा खिलाड़ियों को खिलाया है. यह अपने आप में बड़ी बात है. सच कहूं तो ये सीधा सीधा भ्रष्टाचार का मामला है.
न्यूज 18 इंडिया के मैनजिंग एडिटर प्रबल प्रताप सिंह ने बीसीसीआई से गुजारिश की है कि जिनका स्टिंग ऑपरेशन किया गया है उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. वहीं न्यूज 18 इंडिया के स्पोर्ट्स एडिटर विमल कुमार ने इस गोरखधंधे की जड़ें ना सिर्फ दिल्ली बल्कि नॉर्थ ईस्ट में फैलने की बात कही है.
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यही नहीं, वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप मैगजीन और अयाज मेनन ने इस ऑपरेशन में हुए खुलासे को लेकर नाराजगी व्यक्त की है. प्रदीप ने कहा कि यह क्रिकेट के लिए शर्मनाक है. जबकि मेनन ने इसे बीसीसीआई के लिए धब्बा करार दिया है. वहीं टीम इंडिया के पूर्व स्पिनर राजेश चौहान ने क्रिकेट प्रशासन को और पारदर्शी बनाने पर जोर देने के अलावा बच्चों के माता-पिता के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की बात कही है.
इस ऑपरेशन को लेकर पूर्व बीसीसीआई सचिव निरंजन शाह ने कहा, 'बोर्ड को इस मामले पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करनी चाहिए. आखिर ये बीसीसीआई की साख का सवाल है.' पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने भी क्रिकेट में भ्रष्टाचार के लिए बीसीसीआई और विनोद राय पर निशाना साधा है. साथ ही उन्होंने दिल्ली क्रिकेट में 400 करोड़ रुपए के घोटाले का हवाला देते हुए कहा, ' मैंने इस घोटाले के खिलाफ आवाज उठाई थी और मुझे ही साफ कर दिया गया. लेकिन मैं झुका नहीं. क्रिकेट में करप्शन का सिलसिला बहुत पुराना हो चला है. इसके खिलाफ सबको आवाज उठानी चाहिए.'
(न्यूज18 से साभार)
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