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India vs Australia, Sydney Test : कंगारू तेज गेंदबाजों को बल्ले से माकूल जवाब दिया पुजारा ने

ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों के शरीर को निशाना बनाकर शॉर्ट गेंदबाजी की. पुजारा पर हालांकि इसका ज्यादा असर नहीं पड़ा

Updated On: Jan 03, 2019 04:34 PM IST

FP Staff

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India vs Australia, Sydney Test : कंगारू तेज गेंदबाजों को बल्ले से माकूल जवाब दिया पुजारा ने

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ब्रैड हॉज ने सिडनी में चौथा और अंतिम टेस्ट शुरू होने से दो दिन पहले चेतेश्वर पुजारा को लेकर अपनी टीम को चेताया था. हॉज का मानना था कि चेतेश्वर पुजारा ही वह खिलाड़ी हैं जिन्होंने दोनों टीमों के बीच अंतर पैदा किया. क्योंकि दोनों टीमों की गेंदबाजी समान रूप से मजबूत है, इसलिए जो टीम रन बनाने के मामले में बीस साबित होगी उसका ही दबदबा रहेगा. अनुभवी चेतेश्वर पुजारा ने ये काम फिर कर दिखाया. उनकी नाबाद शतकीय पारी (130) से भारतीय टीम ने पहले दिन गुरुवार को पहली पारी में चार विकेट के नुकसान पर 303 रनों का मजबूत स्कोर खड़ा कर लिया है.

चेतेश्वर पुजारा की तुलना तो उनके करियर की शुरुआत से ही राहुल द्रविड़ से होने लगी थी. वहीं उन्हें अपनी बल्लेबाजी शैली के कारण टीम इंडिया की नई दीवार भी कहा जाने लगा था. विश्व क्रिकेट में भारतीय टीम के नंबर तीन पुजारा के अलावा शायद ही कोई दूसरा कोई बल्लेबाज होगा जिसके ऊपर जिम्मेदारियों का इतना बड़ा बोझ होगा. लेकिन पुजारा लगातार निखरते रहे हैं. खास कर उन्होंने संघर्ष के क्षणों में टीम इंडिया के लिए शानदार प्रदर्शन की बानगी पेश की है. पुजारा ने मौजूदा सीरीज में ज्यादातर मौकों पर अपना विकेट सस्ते में नहीं गंवाया और एक छोर से मोर्चा संभाले रखा.

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पुजारा के सिर में भी लगी एक बार गेंद 

ऑस्ट्रेलिया ने पुजारा को रोकने के लिए नकारात्मक गेंदबाजी का भी सहारा लिया. ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों के शरीर को निशाना बनाकर शॉर्ट गेंदबाजी की. पुजारा पर हालांकि इसका ज्यादा असर नहीं पड़ा. पुजारा दो बार चोट खाते-खाते बचे. एक बार गेंद उनके सिर में भी लगी. लेकिन वह इससे विचलित नहीं हुए. उलटे वह शानदार लय में नजर आए. सौराष्ट्र के इस बल्लेबाज ने 134 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया. पुजारा ने स्टार्क पर चौके के साथ 199 गेंदों में अपना 18वां शतक पूरा किया.

 68वें टेस्ट मैच में 18वां शतक लगाया

ऑस्ट्रेलिया ने 80 ओवर के बाद दूसरी नई गेंद ली, लेकिन पुजारा और उनके नए जोड़ीदार हनुमा विहारी ने मेजबान टीम को सफलता से दूर रखा. गुरुवार को खेल खत्म होने के समय तक पुजारा ने 250 गेंदों में 16 चौकों की मदद से नाबाद 130 रन की पारी खेलने के अलावा हनुमा विहारी (नाबाद 39) के साथ पांचवें विकेट के लिए 75 रन की अटूट साझेदारी कर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया है. पुजारा का ये 68वें टेस्ट मैच में 18वां शतक है.

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एक सीरीज में लगाए तीन शतक

वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक सीरीज में सबसे अधिक शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर आ गए हैं. इस सूची में कोहली चार शतकों के साथ पहले स्थान पर हैं. सुनील गावस्कर भी पुजारा के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं. उन्होंने भी तीन शतक जड़े थे.

सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज

इस सीरीज में पुजारा सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं. उन्होंने अब तक कुल 458 रन बनाए हैं. कोहली ने इस सीरीज में 282 रन बनाए हैं. रनों के लिहाज से भी यह किसी सीरीज में पुजारा का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. इससे पहले उन्होंने 2012-13 में इंग्लैंड के खिलाफ भारत में चार टेस्ट की सीरीज में 438 रन बनाए थे.

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इसके अलावा, पुजारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी टेस्ट मैच के पहले दिन सबसे अधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाजों की सूची में चौथे स्थान पर हैं. इस सूची में वीरेंद्र सहवाग सबसे ऊपर हैं. पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने मेलबर्न में 2003 में खेले गए मैच में पहले दिन पहली पारी में 195 रन बनाए थे.

अब तक कुल 1135 गेंदों का सामना किया

पुजारा एक सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे अधिक गेंदों का सामना करने वाले भारतीय बल्लेबाजों में राहुल द्रविड़, सुनील गावस्कर, विजय हजारे और कोहली के साथ शामिल हो गए हैं. उन्होंने इस सीरीज में अब तक कुल 1135 गेंदों का सामना किया है. द्रविड़ ने 2003-04 में खेली गई सीरीज में 1203, हजारे ने 1947-48 में खेली गई सीरीज में 1192 और गावस्कर ने 1977-78 में 1032 और कोहली ने 2014-15 में 1093 गेंदों का सामना किया था. इस मामले में चेतेश्वर पुजारा, गावस्कर और कोहली से आगे निकल गए हैं.

पुजारा ने दिखा दिया है कि वह रनों के भूखे हैं और टीम की किस्मत अकेले लिखने का दम रखते है. जिस तरह द्रविड़ की एकाग्रता एक मिसाल बन गई थी. चेतेश्वर पुजारा भी उनसे कोई ज्यादा पीछे नहीं हैं.

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