live
S M L

IND vs NZ, 4th Odi: फील्डिंग अभ्यास में नए तरीके आजमाने से भारतीय टीम ने कैचिंग में किया है सुधार

IND vs NZ, 4th Odi: फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने कहा, अब न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे अंतरराष्ट्रीय मैचों के दौरान विभिन्न वजन की गेंदों का इस्तेमाल किया जा रहा है

Updated On: Jan 30, 2019 06:00 PM IST

Bhasha

0
IND vs NZ, 4th Odi: फील्डिंग अभ्यास में नए तरीके आजमाने से भारतीय टीम ने कैचिंग में किया है सुधार

भारत के फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने बुधवार को कहा कि रिएक्शन के समय में सुधार के लिए ‘ब्लाइंडफोल्ड तकनीक’, तेज हवा में गेंद की बदलती दिशा के अनुमान के लिए विभिन्न भार की गेंद और स्लिप कैचिंग के लिए सिमुलेशन मशीन का इस्तेमाल जैसी चीजों ने भारतीय टीम की कैचिंग में काफी सुधार किया है.

‘ब्लाइंडफोल्ड तकनीक’ का इस्तेमाल विशेष तौर पर इंग्लैंड में लाल गेंद के क्रिकेट के लिए किया गया था, जबकि ‘टीममेट’ नाम की सिमुलेशन मशीन का उपयोग ऑस्ट्रेलिया में स्लिप कैचिंग के लिए किया गया. विशेष तौर पर ‘ब्लाइंडफोल्ड तकनीक’ के बारे मे पूछने पर श्रीधर ने कहा, ‘गेंद फेंकने वाला पर्दे के पीछे होता है और कैच करने वाले को नहीं पता होता कि गेंद कहां से आने वाली है. हम इसे पर्दे के नीचे से फेंकते हैं... इससे रिएक्शन (प्रतिक्रिया) के समय में सुधार होता है, इंग्लैड में पूरी टेस्ट सीरीज के दौरान हमने काफी ऐसा किया. यह विशेष रूप से लाल गेंद के क्रिकेट के लिए था.’

ये भी पढ़ें- ICC T20 World Cup Women's Fixture : मौजूदा चैंपियन के खिलाफ भारतीय टीम करेगी आगाज, जानिए पूरा शेड्यूल

अब न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे अंतरराष्ट्रीय मैचों के दौरान विभिन्न वजन की गेंदों का इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे कि खिलाड़ियों को हवा में ऊंची उठी गेंदों के लिए तैयार किया जा सके क्योंकि तेज हवा के कारण गेंद की दिशा बदलने का खतरा रहता है.

श्रीधर ने कहा, ‘स्लिप कैचिंग के लिए हम अलग तरह की मशीन ‘टीममेट’ लाए. हमने ब्लाइंडफोल्ड और रिएक्शन पर काफी काम किया. जब हम ऑस्ट्रेलिया पहुंचे तो हमें काफी अनुभव था और आप देख सकते हैं कि विराट ने कुछ शानदार कैच लपके.’

ये भी पढ़ें-  Ind vs NZ: क्या अपने 'लकी' मैदान पर भारत के खिलाफ क्लीन स्वीप से बच पाएगा न्यूजीलैंड

यह पूछने पर कि टीम हवा में ऊंची उठी गेंदों से निपटने के लिए क्या कर रही है. श्रीधर ने कहा, ‘फील्डर के रूप में न्यूजीलैंड में आपको जिस सबसे बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ता है, वह हवा है. अधिकांश बल्लेबाजी और गेंदबाजी योजनाएं हवा को लेकर बनाई जाती हैं. अगर हम देखते हैं कि गेंद हवा में काफी हिल रही है तो हम अभ्यास में इसे दोहराने की कोशिश करते हैं, विभिन्न भार की गेंद का इस्तेमाल करते हैं जिससे कि गेंद हवा में अधिक मूव करे.’

0

अन्य बड़ी खबरें

वीडियो
KUMBH: IT's MORE THAN A MELA

क्रिकेट स्कोर्स और भी

Firstpost Hindi