हैदराबाद के कप्तान अंबाती रायुडु को 11 जनवरी को कर्नाटक के खिलाफ सैयद मुश्ताक अली ट्राफी मैच के दौरान अनुशासन तोड़ने सजा मिली है उन्हें बीसीसीआई आचार संहिता का उल्लंघन का करने पर दो मैचों के लिये निलंबित किया गया है.
बीसीसीआई के बयान के मुताबिक ‘रायुडु आगामी विजय हजारे ट्राफी में हैदराबाद के पहले दो मैचों में भाग नहीं ले पाएंगे. ’
इसमें कहा गया है, ‘मैंदानी अंपायर अभिजीत देशमुख, उल्हास वितालराव गंधे और तीसरे अंपायर अनिल धांडेकर ने आरोप लगाए थे. बीसीसीआई इस अप्रिय घटना में हैदराबाद की टीम मैनेजर की भूमिका की भी जांच कर रही है. ’
मैच के दौरान हैदराबाद के डीप मिडविकेट पर खड़े क्षेत्ररक्षक मेहदी हसन का पांव गेंद रोकते समय सीमा रेखा को स्पर्श कर गया था लेकिन मैदानी अंपायर ने तीसरे अंपायर की मदद नहीं ली और करूण नायर को चौका देने के बजाय दो रन दिए. कर्नाटक ने पांच विकेट पर 203 रन बनाए.
स्थिति तब बिगड़ी जब कर्नाटक के स्कोर में दो रन जोड़े गये और आखिर में हैदराबाद इसी अंतर से मैच हार गया था. हैदराबाद ने 20 ओवर में नौ विकेट पर 203 रन बनाए थे.
रायुडु ने मैच के बाद अंपायरों के सामने यह मसला उठाया जिससे दूसरे मैच के शुरू होने में देरी हुई.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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