केन्द्रीय सूचना आयोग यानी सीआईसी ने भले ही बीसीसीआई को आरटीआई से तहत लाने का देश सुनाया हो लेकिन बोर्ड इसे लागू करने के मूड में कतई नहीं है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत बीसीसीआई को चला रही प्रशासकों की समिति यानी सीओए के मुखिया विनोद राय ने स्प्षट किया है कि बोर्ड एक स्वायत्त बॉडी है और इसे आरटीआई के अंतर्गत नहीं लाया जा सकता है.
एएनआई को दिए इंटरव्यू में विनोद राय ने कहा है, ‘ हम पहले भी कह चुके हैं कि बीसीसीआई सरकारी बॉडी नहीं है लिहाजा इसे आरटीआई से अंजर में नहीं लाया जा सकता. हम इस मसले को लेकर मई में मद्रास हाइकोर्ट जा चुके हैं और हमने सीआईसी को कहा भी था कि चूंकि यह मसला अब अदालत में है लिहाजा इस पर फैसला नहीं दिया जा सकता.’
We have made BCCI progressively transparent. We are totally committed to transparency. We are putting everything out into public domain, except team selection, players’ injury status & anti-doping issue: Committee of Administrators (CoA) chairman Vinod Rai on CIC orders pic.twitter.com/kW63flBJ9B
— ANI (@ANI) October 3, 2018
हालंकि विनोद राय ने यह भी कहा कि उन्हों बीसीसीआई को किसी हद कर पारदर्शी बना भी दिया है और टीम सेलेक्शन, खिलाड़ियों की चोट और डोपिंग से जुड़े मसलों के अलावा हर बात पर पब्लिक की जानकारी में रखना चाहते हैं.
विनोद राय का बयान बोर्ड के अधिकारिय़ो के उस रुख के बाद आया है जिसमें उन्होंने सीओए पर सीआईसी की सुनवाई क दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था.
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