पीरियड यानी माहवारी को लेकर हमारे समाज में कई तरह की बातें फैली हुई हैं. ज्यादातर लोग पीरियड के दौरान महिलाओं को अपवित्र मानते हैं. बहुत से लोग तो ऐसे हैं जो पीरियड के बारे में ऐसी बातें करते हैं, जिनका कोई आधार ही नहीं होता है. यह सच है कि आज भारत के कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां लड़की का पहला पीरियड खुशी का अवसर माना जाता है.
कर्नाटक में कई स्थानों पर आज भी एक परंपरा कायम है. इसके तहत जब किसी लड़की को पहली बार पीरियड होता है तो इसे उत्सव के तौर पर मनाया जाता है. लड़की को नए वस्त्र पहनाकर तैयार किया जाता है और कोई शादीशुदा महिला उसकी आरती उतारती है. लड़की को एक खास प्रकार का व्यंजन खिलाया जाता है. ऐसा माना जाता है ऐसा करने से पीरियड में समस्या नहीं होती है. इसी प्रकार से लड़की के पीरियड शुरू होने पर केरल और आंध्र प्रदेश में भी उत्सव आयोजित किए जाते हैं.
आइए जानते हैं कुछ ऐसी बातों के बारे में जो हमारे समाज में पीरियड से जुड़े हैं लेकिन इनके पीछे के कारण कुछ अलग हैं. इनकी सच्चाई कुछ और ही है.
पीरियड में गंदा खून निकलता है
सच: पीरियड में निकलने वाला खून नसों में बहने वाले खून से अलग होता है. यह 100 प्रतिशत सच है, लेकिन यह गंदा नहीं होता है. यौनी से निकलने वाला खून, वेजाइना के टिश्यू, सेल्स, एस्ट्रोजन हॉर्मोन के कारण ओवरी में जो खून और प्रोटीन की परत बनती है, उसके टुकड़े खून के रूप में बाहर निकलते हैं. ओवरी में जमा यह खून पीरियड के दौरान बाहर निकल जाता है, क्योंकि यह शरीर के लिए गैरजरूरी होता है.
पीरियड में अचार छूने से खराब होता है
सच: पीरियड के दौरान महिला अचार छू ले तो वह खराब हो जाता है. ऐसी मान्यता काफी समय से है लेकिन यह बिल्कुल गलत है. दरअसल अचार तब खराब होता है जब कोई गीले हाथों से उसे छू ले.
पीरियड के दौरान महिला प्रेग्नेंट नहीं हो सकती
सच: पीरियड के दौरान गर्भाधारण की गुंजाइश कम होती है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है कि महिला पीरियड के समय प्रेग्नेंट नहीं हो सकती. सेक्स के दौरान अगर स्पर्म वजाइना के अंदर रह जाए, तो अगले सात दिनों तक प्रेग्नेंसी के चान्सेस होते हैं.
पीरियड के दौरान एक्सरसाइज नहीं करना चाहिए
सच: यदि किसी महिला को प्रतिदिन एक्सरसाइज की आदत है तो वह पीरियड में भी बिना किसी चिंता के एक्सरसाइज कर सकती है. इससे कोई नुकसान नहीं बल्कि फायदा होता है क्योंकि पीरियड के दौरान होने वाले पेट दर्द में इससे राहत मिलती है. एक्सरसाइज से जो पसीना निकलता है वह महिला के दर्द को कम करता है.
पूरे एक हफ्ते चलना चाहिए पीरियड
सच: दरअसल, यह सब एस्ट्रोजन पर निर्भर करता है, जो एक प्रकार का हॉर्मोन है. यह शरीर की कई चीजों को कंट्रोल करता है, जैसे बाल, आवाज, सेक्स की इच्छा आदि. एस्ट्रोजन के कारण, हर महीने ओवरी में खून और प्रोटीन की एक परत बनती है. शरीर में एस्ट्रोजन हॉर्मोन की मात्रा के हिसाब से खून और प्रोटीन की परत बनती है. यह थोड़ी मोटी भी हो सकती है और पतली भी. जिन महिलाओं के यह परत मोटी बनती है पीरियड के दौरान उनका ज्यादा खून निकलता है, जिनके कम उनका खून कम निकलता है. मतलब एक हफ्ते तक पीरियड होना जरूरी नहीं है.
पीरियड मिस मतलब महिला गर्भवती
सच: यह सच है कि गर्भधारण पर पीरियड नहीं होते हैं लेकिन पीरियड नहीं होने के पीछे सिर्फ यही एक कारण नहीं है. मतलब गर्भवती होने के अलावा भी कई कारण हैं जब पीरियड नहीं होते या मिस हो जाते हैं. जैसे- स्ट्रेस, खराब डाइट और हॉर्मोनल चेंजेस की वजह से भी कई बार पीरियड मिस हो जाते हैं.
पीरियड के दौरान गर्म पानी से नहीं नहाना चाहिए
सच: डॉक्टर्स का कहना है कि पीरियड के दौरान गुनगुने पानी से नहाना काफी अच्छा होता है, इससे बॉडी पेन और शरीर में जो एक प्रकार की ऐंठन होती है, वह दूर हो जाती है.
पीरियड के दौरान महिलाएं बाल न धोएं
सच: पीरियड के दौरान बाल न धोने के पीछे सिर्फ भ्रम ही एक कारण है. मेडिकल साइंस में ऐसी कोई वजह नहीं है कि महिलाएं पीरियड में बाल न धोएं. महिलाएं जब चाहें तब बाल धो सकती हैं.
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