पुराने जमाने के रेस्त्रां के दिन लद गए. अब नए जमाने के रेस्त्रां देखे जा रहे हैं जिन्हें 'थीम रेस्त्रां' कहा जा रहा है. इनमें खाने-पीने के अलावा बहुत कुछ है जिसका आनंद उठाया जा सकता है.
पहले के रेस्त्रां में ज्यादा फोकस खाने-पीने की चीजों पर होता था. जबकि अब उसकी बनावट, म्यूजिक आदि पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है. हैरानी की बात यह है कि ऐसे रेस्त्रां का चलन 19वीं सदी में ज्यादा था जब यूरोपीय देशों में खाने-पीने के साथ लोग कैबरे डांस का लुत्फ उठाते थे. जैसा कि इंडियन एक्स्प्रेस ने अपनी एक रिपोर्ट में यह बात बताई है, इन रेस्त्रां की मांग दुनिया में तेजी से बढ़ रही हैं.
कुछ लोग इसके लिए 1971 में लंदन में शुरू हुए हार्ड रॉक कैफे को जिम्मेदार मानते हैं, जिसकी देखादेखी में देश-दुनिया के कई कोने में थीम रेस्त्रां शुरू हुए.
नाम से स्पष्ट है, थीम रेस्त्रां किसी न किसी थीम पर बनाए जाते हैं. थीम में टॉयलेट, अस्पताल, जेल और जहाज भी शामिल हैं. खाने-पीने की सुविधा के अलावा इन रेस्त्रां में इस प्रकार की थीम का प्रदर्शन किया जाता है ताकि लोग स्वाद के साथ विहंगम दृश्यों का भी आनंद ले सकें.
अगर आप कोई ऐसा स्थान ढूंढते हैं जहां कोई आपको देखे नहीं या आप छुप-छुपा कर जिंदगी का आनंद ले सकें, इसके लिए है सेफ हाउस रेस्त्रां. यह अमेरिका के विसकोंसिन में काफी प्रचलित है. ऐसे रेस्त्रां में जाने के लिए आपके पास पासवर्ड होगा तभी दरवाजा खुल पाएगा.
अगला है बार्बी कैफे. इसका नाम ही बता देता है कि बार्बी के शौकीनों के लिए यह काफी मुफीद रेस्त्रां है जहां बच्चों से लेकर बड़े तक जा सकते हैं. यहां आप अपनी बचपन की यादें संजो सकते हैं.
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