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#MeTooमूवमेंट पर इस शख्स के ट्वीट पर आखिर क्यों आग बबूला हो गई मौनी रॉय ?

मौनी रॉय ने उन्हें 'गोल्ड' के सेट पर डायरेक्टर रीमा कागती द्वारा सेक्सुअली हैरेस करने वाली खबर को सरासर गलत बताया है

Updated On: Oct 23, 2018 11:47 AM IST

Rajni Ashish

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#MeTooमूवमेंट पर इस शख्स के ट्वीट पर आखिर क्यों आग बबूला हो गई मौनी रॉय ?

हाल ही में तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर के खिलाफ 2008 में फिल्म 'हॉर्न ओके प्लीज' के सेट पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप क्या लगाया. धीरे धीरे फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाली कई एक्ट्रेसेस ने बड़े नामी एक्टर्स और डायरेक्टर्स के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगा दिया. इसके बाद तो #MeeToo मूवमेंट की सुनामी सी आ गई है. एक के बाद एक कई बड़े चेहरों के इस गंदे कार्य में लिप्त होने के खुलासे हो रहे हैं. ऐसे में फिल्म एक्ट्रेस कोंकणा सेन शर्मा ने इंडस्ट्री की 11 महिला डायरेक्टर्स की एक लिस्ट जारी करते हुए ये एलान किया कि किसी भी आरोपी पर सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोप अगर सिद्ध होते हैं तो उसके साथ ये महिला डायरेक्टर्स भविष्य में काम नहीं करेंगी.

कोंकणा के इस ट्वीट पर एक यूजर ने लिखा 'ओह अब बहुत हुआ पाखंड!! रीमा कागती मौनी रॉय को फिल्म 'गोल्ड' के सेट पर सेक्सुअली प्रताड़ित करने के लिए जानी जाती हैं! क्या आप सब अंधे हो गए हो?? और वो इसका हिस्सा है???

इस यूजर के ट्वीट के बाद मौनी रॉय भड़क गईं और उन्होंने इस यूजर को जवाब देते हुए लिखा- मुझे 'गोल्ड' के सेट पर तरह से प्रताड़ित नहीं किया गया था. ना तो डायरेक्टर के द्वारा और ना ही किसी अन्य शख्स के द्वारा. मुझे उम्मीद है कि इसके बाद रीमा कागती को बदनाम करने की ये हरकत बंद हो जाएगी क्योंकि ये ना सिर्फ मुझे और रीमा को प्रताड़ित कर रहे हैं और उन महिलाओं को भी परेशान कर रहा है जिनके साथ गलत हुआ है.

मौनी ने भी #MeToo मूवमेंट का किया था सपोर्ट

एक इंटरव्यू में मौनी ने इस मुद्दे पर कहा, "यह वह समय हैं, जब महिलाओं को अपनी लाइफ में सामना किए गए उत्पीड़न के खिलाफ बोलना चाहिए. अगर वे इसके बारे में अभी नहीं बोलेंगी तो कब बोलेंगी." उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि उहें अपने मामले को अदालत में ले जाना चाहिए लेकिन यह तभी होगा जब आप वर्तमान हालात के बारे में बात करेंगे क्योंकि कुछ मामले हैं, जो कई साल पहले हुए हैं, जिसमें न्याय पाने के लिए कोई सबूत नहीं बचे हैं. मुझे लगता है कि चाहे वह पुरुष हो या महिला, जो किसी प्रकार के भी उत्पीड़न का सामना कर रहे हों उन्हें आगे आकर बोलना चाहिए क्योंकि यह बहुत जरूरी है. न सिर्फ फिल्म दुनिया, बल्कि मुझे लगता है हमारे पड़ोस या कभी-कभार हमारे परिवारों में लड़के और लड़कियां समेत छोटे बच्चों को भी इसी तरह के उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है क्योंकि वह इसके बारे में नहीं बोल पाते."

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