आज का गूगल डूडल मोहम्मद रफी को समर्पित है. हिंदी सिनेमा के बेहतरीन गायक मोहम्मद रफी के 93वें जन्मदिन पर गूगल ने डूडल बनाकर उन्हें याद किया है.
ये गूगल मुंबई में रहने वाले इलेस्ट्र्यूटर साजिद शेख ने बनाया है. इस डूडल में रफी साहब को स्टूडियो में किसी गाने की रिकॉर्डिंग करते दिखाया गया है. जबकि दूसरी तरफ पर्दे पर उसे हीरो-हीरोइन दोहरा रहे हैं.
उस्ताद अब्दुल वाहिद खान, पंडित जीवनलाल मट्टू और फिरोज़ निज़ामी से संगीत की तालीम लेने वाले मोहम्मद रफी ने गायकी की शुरूआत एक फकीर के चलते की थी. 1930 की शुरुआत में फीकू (रफी साहब का घर का नाम) एक मांगने वाले फकीर की नकल किया करते.
मोहम्मद रफी ने 13 साल की उम्र में एक स्टेज शो से गायकी की शुरुआत की और 17 साल की उम्र में पहला गाना 'गुल बलोच' नाम की पंजाबी फिल्म के लिए रिकॉर्ड किया. 20 साल की उम्र में रफी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में आ गए. रफी साहब को 'क्या हुआ तेरा वादा' के लिए नैशनल अवॉर्ड मिला.
रफी साहब ने अपने करियर में कई बड़े म्यूज़िक डायरेक्टर के साथ काम किया. हिंदी सिनेमा के कई बड़े सितारों की वो आवाज़ रहे. शम्मी कपूर के लिए गाए गए उनके गाने 'याहू! चाहे कोई मुझे जंगली कहे', 'तुमने मुझे देखा', 'दीवाना हुआ बादल' आज भी सुपर हिट हैं. वहीं देवानंद, राजेश खन्ना, दिलीप कुमार के करियर के कई यादगार गाने रफी साहब की आवाज़ में हैं. उनका गाया हुआ 'गुलाबी आंखे' तो शायद सबसे ज्यादा बार रीमिक्स किया गया गाना हो.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.