कर्नाटक का सियासी नाटक गहरा गया है. मंगलवार को विधानसभा चुनाव के त्रिशंकु नतीजे आने के बाद दोनों ही गुट, कांग्रेस-जेडीएस और बीजेपी सरकार बनाने की जद्दोजहद में जुट गए हैं.
कांग्रेस ने आज यानी बुधवार को अपने विजयी 78 विधायकों की एक बैठक बुलाई है. कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमिटी (केपीसीसी) के कार्यालय में होने वाली इस बैठक में सिद्धारमैया और कांग्रेस का केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल भी शामिल होगा.
All the Congress MLAs are intact. Nobody is missing. We are confident of forming the government: Siddaramaiah, Congress after reaching the Karnataka Pradesh Congress Committee (KPCC) office for party legislative meeting. #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/kaPgKaUeag
— ANI (@ANI) May 16, 2018
Bengaluru: All India Congress Committee General Secretary & MP, KC Venugopal and other Congress MLAs arriving at Karnataka Pradesh Congress Committee (KPCC) office for party legislative meting. #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/95fHQla0Yc
— ANI (@ANI) May 16, 2018
वहीं बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी एस येदियुरप्पा की अगुवाई में 11 बजे पार्टी विधायक दल की बैठक होगी. इस बैठक में येदियुरप्पा को विधायक दल का नेता चुना जाएगा. बेंगलुरु में होने वाली इस बैठक में सभी 104 विधायकों के मौजूद रहने की संभावना है. बैठक में विशेष तौर पर दिल्ली से भेजे गए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, जे पी नड्डा और धर्मेंद्र प्रधान भी शामिल होंगे.
There is no doubt we will form govt, 100% we'll do that. Wait and watch. Results came out only yesterday. It has been only a day. See what can happen in Karnataka in a day: KS Eshwarappa , BJP #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/X5IDtvkat5
— ANI (@ANI) May 16, 2018
हालांकि इन सबके बीच अब यह राज्यपाल पर है कि वो राज्य में सरकार बनाने के लिए किस गुट को पहले आमंत्रित करते हैं. राज्यपाल वजूभाई बाला के पास अभी दो विकल्प हैं, पहला यह कि वो नतीजों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी बीजेपी को पहले बुलाएं और बहुमत साबित करने के लिए कहें. दूसरा यह कि वो कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को सरकार बनाने के लिए न्यौता दें, जो 112 का मैजिक फिगर होने का दावा कर रहे हैं.
संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप के अनुसार यह पूरी तरह राज्यपाल पर निर्भर है कि वो पहले सरकार बनाने के लिए पहले किसे बुलाते हैं, सबसे बड़ी पार्टी को, या फिर गठबंधन को.
The single largest party doesn't have the numbers. BJP has 104, we (Congress & JDS) have 117. Governor cannot take sides. Can a person who is there to save constitution, destroy it too? The gov has to cut all its previous associations, be it BJP or RSS: Ghulam Nabi Azad, Congress pic.twitter.com/HF4GgblRi7
— ANI (@ANI) May 16, 2018
इस बीच जीतने वाले कांग्रेस विधायकों के टूटने और उन्हें 'ऑफर' मिलने की भी खबरें आ रहीं हैं. हालांकि कांग्रेस के विधायक कह रहे हैं कि वो किसी भी हालत में पाला नहीं बदलेंगे.
I got a call from the BJP leaders. They said come to us & we'll give a ministry to you. We'll make you a minister. But, I'm going to stay here. HD Kumaraswamy is our Chief Minister: Amaregouda Linganagouda Patil Bayyapur, Congress. #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/BIJYZHV7P7
— ANI (@ANI) May 16, 2018
कर्नाटक ने कहा कि विजयी विधायकों को टूट-फूट से बचाने के लिए पार्टी उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट करने पर विचार कर रही है. जेडीएस भी अपने विधायकों को बचाने के लिए सुरक्षित जगह ले जाने की बात कह रही है.
JD(S) has all the faith in their MLAs. Nobody is going to go away. Let BJP try, whatever they want to: Ghulam Nabi Azad, Congress. #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/txZ45rcwBt
— ANI (@ANI) May 16, 2018
Yes definitely there is a plan. We have to safeguard our MLAs, We will let you know what is the plan: DK Shivakumar, Congress on being asked if Congress MLAs in Karnataka will be shifted somewhere else pic.twitter.com/WxyIDAFLcW
— ANI (@ANI) May 16, 2018
चुनाव के नतीजों में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. बीजेपी 104 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी लेकिन वो भी बहुमत के आंकड़े से 8 कदम दूर रह गई. सत्ताधारी कांग्रेस 78 सीटें ही जीत सकी वहीं जनता दल सेकुलर (जेडी-एस) के खाते में 38 सीटें आईं.
नतीजे आने के बाद सोनिया गांधी ने एच डी देवेगौड़ा से फोन पर ताजा बनते राजनीतिक हालात पर चर्चा की. इसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के घर जाकर आनन-फानन में जेडी-एस को बिना शर्त अपना समर्थन दे दिया. डील के मुताबिक कांग्रेस-जेडीएस की बनने वाली सरकार में कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बनेंगे.
शाम 4 बजे जेडीएस-कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन जाकर राज्यपाल वजूभाई बाला से मुलाकात की और उन्हें विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा. दूसरी ओर येदियुरप्पा ने भी सरकार बनाने का दावा किया. उन्होंने राज्यपाल से विधायकों के जरूरी समर्थन के लिए दो दिन की मोहलत देने को कहा.
बात करें दिग्गजों की तो मुख्यमंत्री सिद्धरमैया बादामी सीट पर चुनाव जीत गए लेकिन अपनी परंपरागत सीट चामुंडेश्वरी पर उन्हें बड़े अंतर से हार नसीब हुई. बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी एस येदियुरप्पा ने शिकारीपुरा सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा. वहीं जेडीएस के अध्यक्ष एच डी कुमारस्वामी अपनी दोनों सीटों रामनगर और चन्नपटना पर चुनाव जीत गए.
इसके अलावा नतीजों में सिद्धरमैया सरकार के आधे मंत्री अपनी सीटों पर चुनाव हार गए.
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