गुरदासपुर उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार सुनील जाखड़ जीत गए हैं. इन नतीजों को पार्टी बड़ी जीत के तौर पर देख रही है. सुनील जाखड़ की गिनती पंजाब कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में होती है.
लोकसभा चुनाव जीतने से पहले जाखड़ लगातार तीन बार अबोहर विधानसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं. अबोहर विधानसभा सीट से उन्होंने पहली बार 2002 में चुनाव जीता था. इसके बाद 2007 और 2012 के चुनाव में उन्होंने अबोहर विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी.
कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री बनने के बाद जब प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी खाली हुई तो पार्टी के कद्दवर नेता की तलाश शुरू हुई. इसमें सबसे पहला नाम सुनील जाखड़ का आया. उन्हें पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का करीबी माना जाता है. वह पूर्व लोकसभा अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री डॉ. बलराम जाखड़ के पुत्र हैं और किसान नेता माने जाते हैं.
अकाली दल के खिलाफ शिकायत कर बटोरी थीं सुर्खियां
सुनील जाखड़ को अपने पिता के नाम और काम का सियासी फायदा मिलता रहा है. पंजाब के फजिलका जिले के पंचकोसी गांव (अबोहर) में 9 परवरी 1954 को जन्मे जाखड़ ने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई की है. उनकी शुरुआती पढ़ाई अबोहर से हुई है. इसके बाद गवर्मेंट कॉलेज चंडीगढ़ में उन्होंने पढ़ाई की.
इस साल 7 जनवरी को सुनील जाखड़ ने पंजाब के चुनाव आयुक्त से शिरोमणी अकाली दल के नेताओं के खिलाफ शिकायत की थी. इस शिकायत में उन्होंने अकाली दल के नेता शिवलाल दोहा और उनके भतीजे पर जेल के अंदर सात अलग-अलग मोबाइल इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था. माना जा रहा है कि इन चुनावों के नतीजे इस साल हिमाचल में होने वाले विधानसभा चुनावों पर भी असर डालेंगे.
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