उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने आतंकवादियों और नक्सलवादियों पर प्रहार करते हुए कहा है कि लोकतंत्र में किसी को भी हिंसा का अधिकार नहीं है. क्योंकि किसी भी समस्या का समाधान बुलेट से नहीं बैलेट से ही संभव है.
नायडू ने इशारों में माओवादियों पर हमला बोलते हुए कहा, ‘यदि आप को लगता है कि आपकी विचारधारा बहुत अच्छी है और यह जनहित में है तो डर किस बात का. दम है तो आप जनता को अपनी विचारधारा समझाएं और चुनाव की प्रक्रिया में शामिल होकर जनता का विश्वास जीत लें. सरकार चलाएं.'
नायडू ने शनिवार को रांची में ‘रांची स्मार्ट सिटी’ के भूमि पूजन के बाद अपने संबोधन में यह बात कही.
उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग सिर्फ माओवादियों और आतंकवादियों के मानवाधिकार के लिए आंसू बहाते हैं. आतंकवादियों और माओवादियों की हिंसा में मारे गए निर्दोष लोगों और सुरक्षा बलों के लिए उनके आंसू नहीं निकलते. यह ठीक नहीं है.’
उन्होंने कहा कि हिंसा करने वालों को कभी भी प्रोत्साहन नहीं देना चाहिए. प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि विकास के लिए शांति आवश्यक है.
नायडू ने कहा, ‘आखिर इस देश और दुनिया में ‘मानवाधिकार’ किसके लिए हैं? मानव मात्र के लिए अथवा सिर्फ माओवादियों और आतंकवादियों के लिए हैं?’
उपराष्ट्रपति ने कहा कि झारखंड में सरकार ने माओवादियों के खिलाफ बड़ी सफलता पाई है और इस समस्या पर काफी कुछ नियंत्रित कर लिया है. इस मामले में राज्य सरकार को केंद्र सरकार का भी पूरा सहयोग मिला है.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.