राज्य सभा में उपसभापति पी.जे कुरियन का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से खाली हुई सीट पर 9 अगस्त को चुनाव होना है. ऐसे में बीजेपी के बाद अब विपक्षी दलों ने भी अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. खबर आ रही थी कि महाराष्ट्र की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की नेता वंदना चव्हाण को विपक्ष ने अपना चेहरा बना कर पेश किया है. हालांकि वंदना चव्हाण ने साफ इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा, 'मुझे बहुत खुशी होगी अगर किसी महिला को राज्य सभा का उपसभापति चुना जाता है लेकिन अभी कोई फैसला नहीं हुआ है. विपक्ष की बैठक चल रही है. हमें इंतजार करना चाहिए.'
I would be very happy if any woman is elected as Deputy Chairman of Rajya Sabha, but nothing has been decided yet. Opposition meetings are going on, we should wait: Vandana Chavan,NCP MP on reports of her being opposition candidate for Rajya Sabha Deputy Chairman elections pic.twitter.com/uMo3TMr4YX
— ANI (@ANI) August 7, 2018
वंदना के पिता विजय राव माहिते को बेहद काबिल वकीलों में शुमार किया जाता था. उन्होंने कई बड़े क्रिमिनल लॉयर्स को अपने साथ ट्रेंड किया. वंदना के पति हेमंत चव्हाण भी बड़े वकील हैं.
राजनीतिक करियर
वंदना साल 1997-98 में पुणे शहर की मेयर रह चुकी हैं. उस दौरान वो ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ मेयर्स की वाइस चेयरपर्सन भी रहीं. मेयर रहने के दौरान उन्हें अपनी पार्टी के भीतर से उठ रही विरोध की आवाजों के बावजूद बायो डायवर्सिटी पार्क बनाने का प्लान तैयार करवाया था. ऐसा माना जाता है कि राजनीति में उनके शुरुआती मार्गदर्शक सुरेश कलमाड़ी थे.
एनडीए प्रत्याशी हरिवंश पर गठबंधन में फूट
इससे पहले राज्यसभा के उपसभापति पद के प्रत्याशी के तौर जेडीयू के राज्यसभा सांसद हरिवंश के नाम पर सहयोगी दलों शिरोमणि अकाली दल और शिवसेना ने विरोध दर्ज कराया था. एनडीटीवी की वेबसाइट पर प्रकाशित एक खबर के मुताबिक लंबे समय से बीजेपी के सगयोगी अकाली दल को उम्मीद थी कि उम्मीदवार अकाली दल के नरेश गुजराल बनाए जाएंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं. बीजेपी ने जेडीयू के सांसद हरिवंश को उम्मीदवार बना दिया, जिससे अकालियों में नाराजगी हैं. अकाली दल के अलावा बिना सलाह-मशविरा किए उम्मीदवार तय कर देने को लेकर शिवसेना भी काफी नाराज है.
असम में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रैली में कहा था कि सीआरपीएफ जवानों का त्याग बेकार नहीं जाएगा क्योंकि केंद्र में कांग्रेस की सरकार नहीं बल्कि बीजेपी की सरकार है.
मनमोहन सिंह ने कहा कि किसानों के जरिए आत्महत्या करने और किसान आंदोलन के कारण अर्थव्यवस्था असंतुलन के बारे में पता चलता है.
शहीद के परिवार से मुलाकात करने के बाद योगी आदित्यनाथ ने हर संभव मदद का भरोसा दिलाया
आदिल के पिता गुलाम ने कहा, 'हम CRPF के जवानों की मौत की खुशी नहीं मना रहे. हम परिवारों का दर्द समझते हैं, क्योंकि यहां हम सालों से हिंसा का सामना कर रहे हैं
प्रदर्शन करने वाले लोगों के हाथ में तिरंगा भी नजर आ रहा है और उनके चेहरे पर पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा है