अयोध्या में आज यानी रविवार को विश्व हिंदू परिषद 'धर्म सभा' का आयोजन करेगी. अयोध्या के बड़ा भक्तमाल की बगिया में यह 'धर्म सभा' बुलाई गई है. 'धर्म सभा' के माध्यम से रविवार को संत समाज और धर्माचार्य राम मंदिर निर्माण की तारीख तय करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करेंगे. यह 'धर्म सभा' कार्यक्रम सुबह करीब 11 बजे शुरू होकर शाम 4 बजे तक चलेगा. इस 'धर्म सभा' में आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद समेत अन्य संगठनों से जुड़े करीब 50 से 60 लोगों का संबोधन होगा.
अनुमान लगाया जा रहा है कि वीएचपी के आह्वान पर इस 'धर्म सभा' में शामिल होने 2 लाख रामभक्त अयोध्या पहुंचेंगे. जिसके कारण शनिवार से ही हाइवे पर वाहनों का रेला लगा हुआ है और अयोध्या आने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ है.
इस 'धर्म सभा' में शामिल होने के लिए शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे भी अयोध्या में हैं. रविवार सुबह उन्होंने अपने परिवार के साथ जाकर रामलला के दर्शन किए हैं. सुबह 11 बजे उद्धव यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और उसके बाद वो वापस विशेष विमान से मुंबई लौट जाएंगे.
वीएचपी की 'धर्म सभा' को देखते हुए अयोध्या को सुरक्षा छावनी में तब्दील कर दिया गया है. यहां चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं. 'धर्म सभा' के दौरान साधु के भेष में आतंकी हमला कर सकते हैं, खुफिया ब्यूरो (आईबी) से मिले इस इनपुट के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने अयोध्या शहर की सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी है.
Security has been tightened in Ayodhya ahead of the separate events of Shiv Sena and VHP being organised in the city today over the matter of #RamTemple. pic.twitter.com/7pHNcrEl2w
— ANI UP (@ANINewsUP) November 25, 2018
We’ve made all the arrangements for the programme (VHP’s dharma sansad). We’ve allotted spaces for parking, bypass is running smoothly & we’ll ensure it stays like that. ‘Darshan’ will be from the usual routes. We’ll do everything in an organized way: DIG Ayodhya, Omkar Singh pic.twitter.com/igqgu5WgCR
— ANI UP (@ANINewsUP) November 25, 2018
रिपोर्ट के मुताबिक, लखनऊ डीजीपी हेडक्वार्टर से एक एडीजी पुलिस, एक डीआईजी, तीन एसएसपी, 10 एएसपी, 21 डीएसपी, 160 इंस्पेक्टर,700 कांस्टेबल, 42 कंपनी पीएसपी, 5 कंपनी आरएएफ, एटीएस कमांडो की तैनाती अयोध्या में की गई है. इसके अलावा, आसमान से ड्रोन कैमरे के जरिए भी निगरानी की जा रही है.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.
Nov 25, 2018
मामला कोर्ट में है. इस मामले पर फैसला जल्द से जल्द आना चाहिए. ये भी साबित हो चुका है कि वहां मंदिर था. सुप्रीम कोर्ट इस मामले को प्राथमिकता नहीं दे रहा है.
मोहन भागवत ने कहा कि अगर किसी कारण, अपनी व्यस्तता के कारण या समाज की संवेदना को न जानने के कारण कोर्ट की प्राथमिकता नहीं है तो सरकार सोचे कि इस मंदिर को बनाने के लिए कानून कैसे आ सकता है और जल्द ही कानून को लाए. यही उचित है.
मोहन भागवत ने कहा कि 80 के दशक से जो प्रयास करने वाले लोग है उन्ही के हाथ से मंदिर बनना चाहिए. राम मंदिर बनने के लिए समस्त समाज को हम इकट्ठा करेंगे.
सरकार को जल्द से जल्द राम मंदिर पर कानून बनाना चाहिए. श्रीराम जन्म भूमि पर भव्य मंदिर का औचित्य सिद्ध हो चुका है. सभी प्रकार के तर्क के बाद कोर्ट का निर्णय आया. अब कोर्ट के निर्णय को टाला जा रहा है: मोहन भागवत
मंदिर के मसले पर लड़ना नहीं है लेकिन अड़ना है. एक साल पहले मैंने कहा था कि धैर्य रखना लेकिन अब धैर्य नहीं रखना है बल्कि जन जागरण करना है: मोहान भागवत
मंदिर के मसले पर लड़ना नहीं है लेकिन अड़ना है. एक साल पहले मैंने कहा था कि धैर्य रखना लेकिन अब धैर्य नहीं रखना है बल्कि जन जागरण करना है: मोहन भागवत
पूरा देश राम मंदिर पर एक साथ खड़े हो. राम मंदिर के लिए जनता सरकार पर दबाव बनाए, जनहित के मामले टालते रहने का क्या मतलब है?: मोहन भागवत
मोहन भागवत ने कहा कि बाबर को मुसलमान से जोड़ना गलत है. मामला न्यायालय में गया है लेकिन यह कोर्ट की प्राथमिकता में है ही नहीं. जनहित के मामले टालते रहने से क्या होगा. जांच में पाया गया कि नीचे मंदिर था. समाज केवल कानून से नही चलता समाज को भी समझना पड़ता है.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि अयोध्या में उनकी जन्मभूमि थी वह दूसरी नहीं होती तीसरी नहीं होती. अयोध्या का मंदिर बाबर के सेनापति ने ढाया. उनका मंदिर नही बनेगा तो कैसे चलेगा. भारत का समाज कानून से चलनेवाला समाज है इसलिए 30 साल लगे.
पूरा देश राम मंदिर मुद्दे पर साथ खड़ा हो. भगवान के वक्त अयोध्या में कोई वक्फ और अखाड़ा नहीं था: मोहन भागवत
राम मंदिर निर्माण पर कानून बनाए सरकार, जनहित के मुद्दों को टालने का क्या मतलब है: मोहन भागवत
इस वक्त आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत अयोध्या में राम भक्तों और कार सेवकों को कर रहे हैं संबोधित
राम मंदिर निर्माण को लेकर वीएचपी की धर्मसभा तय समय से पहले खत्म हो गई है. वीएचपी की धर्मसभा में कोई लिखित प्रस्ताव पास नहीं किया गया. लेकिन, यह साफ कहा गया कि हिंदुओं की भावनाएं पानी की तरह स्पष्ट है. देश का हर हिंदू चाहता है कि अयोध्या में राम मंदिर बने. सरकार को चाहिए कि इसपर जितनी जल्दी हो सके अध्यादेश लाए और राम मंदिर बनाने का मार्ग प्रशस्त करे
अयोध्या में हो रहे धर्म सभा को देखते हुए तपस्वी जी की छावनी के महंत परमहंस दास को किया नजरबंद कर दिया गया है
वीएचपी की धर्म सभा के दौरान प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने प्रतिनिधिमंडल के साथ उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात की है. उन्हें सांप्रदायिक सौहार्द को लेकर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अलवर में एक चुनावी जनसभा में राम मंदिर पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, 'अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस के वकीलों ने फैसला टालने को कहा था. मैं न्यायपालिका को विश्वास दिलाता हूं कि हम कांग्रेस के काले कारनामे के खिलाफ लड़ते रहेंगे'
सर संघचालक मोहन भागवत आज शाम 4 बजे अयोध्या में वीएचपी की धर्म सभा को संबोधित करेंगे
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने विश्व हिंदू परिषद की धर्म सभा पर कहा, 'वहां (अयोध्या में) हर कोई चुनावों के चलते जा रहा है. उद्धव ठाकरे को पिछले 4-5 वर्षों में वहां जाने से किसने रोका था? एक तरफ बीजेपी के साथ उनकी दोस्ती है, दूसरी तरफ वो लोगों को यह बताना चाहते हैं कि उनकी रुचि राम मंदिर के निर्माण में है और वो सरकार पर दबाव बना रहे हैं. लोग मूर्ख नहीं बनेंगे'
समाजवादी पार्टी के सीनियर लीडर आजम खान ने राम मंदिर विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है. बुलंदशहर में आजम खान ने कहा, 'बाबरी मस्जिद का ढांचा बीजेपी ने नहीं, बल्कि शिवसेना ने गिराया था.' उन्होंने उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज पर बोलते हुए कहा कि बलात्कारी पर पूछे गए सवाल का जवाब नहीं दूंगा
राम मंदिर मुद्दे पर शिवसेना के कार्यक्रम को लेकर बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है. बीजेपी विधायक ने सवाल किया कि शिवसेना राम मंदिर का मुद्दा कैसे हाईजैक कर सकती है? क्योंकि शिवसैनिकों ने उत्तर भारतीय लोगों पर हमले करवाए. उन्हें महाराष्ट्र से खदेड़ दिया. जिन लोगों की मानव सेवा की मानसिकता नहीं है, वो राम की सेवा क्या करेंगे?'
अयोध्या लगभग 500 साल से भारत की राजनीतिक, ऐतिहासिक, सामाजिक और धार्मिक विमर्श को प्रभावित कर रही है. यहां मंदिर-मस्जिद को लेकर पहली बार हिंसा 1853 में हुई थी. उस समय यह नगर अवध क्षेत्र के नवाब वाजिद अली शाह के शासन क्षेत्र में था
अयोध्या लगभग 500 साल से भारत की राजनीतिक, ऐतिहासिक, सामाजिक और धार्मिक विमर्श को प्रभावित कर रही है. यहां मंदिर-मस्जिद को लेकर पहली बार हिंसा 1853 में हुई थी. उस समय यह नगर अवध क्षेत्र के नवाब वाजिद अली शाह के शासन क्षेत्र में था
अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद की धर्म सभा शुरू हो गई है. इस आयोजन में वीएचपी और आरएसएस समेत अन्य संगठनों से जुड़े करीब 50 से 60 लोगों का संबोधन होगा. अयोध्या की हर गली जय श्रीराम के नारों से गूंज रही है. रविवार सुबह 11 बजे से शुरू हुआ यह धर्म सभा शाम 4 बजे तक चलेगा
अगर मामला अदालत के पास ही जाना है तो चुनाव के प्रचार के दौरान उसे इस्तेमाल न करें और बता दो कि भाइयों और बहनों हमें माफ करो ये भी हमारा एक चुनावी जुमला था. हिंदुओं और उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ न करें, यही कहने मैं यहां आया हूं: उद्धव ठाकरे
अगर यह सरकार राम मंदिर नहीं बनाएगी तो यह सरकार नहीं रहेगी पर मंदिर जरूर बनेगा: उद्धव ठाकरे
उद्धव ठाकरे ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मैंने सुना था कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मंदिर था, है और रहेगा. यह तो हमारी धारणा है. हमारी भावना है. दुख इस बात का है कि वो दिख नहीं रहा है. वो मंदिर दिखेगा कब. जल्द से जल्द उसका निर्माण होना चाहिए'
उद्धव ठाकरे ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मैंने सुना था कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मंदिर था, है और रहेगा. यह तो हमारी धारणा है. हमारी भावना है. दुख इस बात का है कि वो दिख नहीं रहा है. वो मंदिर दिखेगा कब. जल्द से जल्द उसका निर्माण होना चाहिए'
जब कोर्ट ही फैसला करेगा तो फिर चुनाव में राम का नाम न लें. चुनाव में सब करते हैं राम-राम, फिर करते हैं आराम: उद्धव ठाकरे