अगर एग्जिट पोल की मानें तो इस बार त्रिपुरा में लाल की जगह भगवा झंडा लहरा सकता है. इसके साथ-साथ एग्जिट पोल में नगालैंड और मेघालय में भी बीजेपी के मजबूत होकर उभरने की उम्मीद है. अगर ऐसा हुआ तो यह 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी के लिए उत्साह बढ़ाने का काम करेगा.
वैसे तो ये तीनों राज्य लोकसभा की सीटों के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण नहीं हैं लेकिन इन जगहों पर बीजेपी के एक मजबूत पार्टी के रूप में उभार राजनीतिक दृष्टिककोण से काफी फायदेममंद साबित होगा. पूर्वोत्तर में इससे पार्टी की पैठ गहरी होगी.
एग्जिट पोल का अनुमान अगर सही साबित हुआ तो कांग्रेस को पूर्वोत्तर में गहरा झटका लगेगा. त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में उसकी राजनीतिक जमीन खिसकने का अनुमान जताया गया है. 2019 को देखते हुए कांग्रेस के लिए यह परिणाम निराश करने वाला हो सकता है.
क्या कहता है एग्जिट पोल?
त्रिपुरा में हुए विधानसभा चुनाव के बाद दो एग्जिट पोल के नतीजों में वाम मोर्चा की सरकार की जगह बीजेपी सरकार आने का पूर्वानुमान लगाया गया है. एग्जिट पोल के अनुसार मेघालय और नगालैंड में भी बीजेपी अपनी स्थिति मजबूत करेगी. त्रिपुरा में 25 सालों से वाम मोर्चा की सरकार है. जन की बात- न्यूज एक्स ने पूर्वानुमान व्यक्त किया है कि त्रिपुरा में बीजेपी-आईपीएफटी गठबंधन को 35 से 45 के बीच सीटें मिल सकती हैं. वहीं एक्सिस माई इंडिया द्वारा मतदान के बाद कराए गए पोल में इस गठजोड़ को 44 से 50 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई है.
दोनों पोल में त्रिपुरा में वाम मोर्चा को क्रमश: 14 से 23 सीटें और 9 से 15 सीटें मिलने की संभावना व्यक्त की गई है.
सी-वोटर के एग्जिट पोल में त्रिपुरा में कांटे की टक्कर बताई गई है और सीपीएम को 26 से 34 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है वहीं बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को 24 से 32 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है.
मेघालय में जन की बात-न्यूज एक्स के एग्जिट पोल के नतीजों में नेशनल पीपुल पार्टी (एनपीपी) को 23-27 सीटें, बीजेपी को 8-12 सीटें और कांग्रेस को 13 से 17 सीटें मिलने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है. वहीं सीवोटर के अनुसार कांग्रेस को 13-19, एनपीपी को 17-23 और बीजेपी को 4-8 सीटें मिल सकती हैं.
जन की बात-न्यूज एक्स के एग्जिट पोल के नतीजों के अनुसार नगालैंड में बीजेपी-एनडीपीपी को 27-32 सीटों के साथ एनपीएफ के सामने चुनौती पेश करते हुए बताया गया है जिसे 20 से 25 सीटें मिलने की संभावना है. कांग्रेस को महज 0-2 सीटें मिलने की बात कही गई है.
सी-वोटर के अनुसार नगालैंड में इस बार कांग्रेस महज 0 से चार सीटों के बीच सिमटकर सत्ता से बेदखल हो सकती है.
हालांकि सीपीआई महासचिव एस सुधाकर रेड्डी ने उन दो एग्जिट पोल पर संदेह जताया जिनमें त्रिपुरा में बीजेपी के जीतने की बात कही गई है. उन्होंने कहा कि वाम मोर्चे को त्रिपुरा में अपनी जीत का विश्वास है.
यह उल्लेख करते हुए कि बिहार और दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान कुछ एग्जिट पोल गलत साबित हुए थे, रेड्डी ने कहा कि उन्हें पूर्वोत्तर राज्य में चुनाव बाद हुए सर्वेक्षणों को लेकर संदेह है.
उन्होंने उल्लेख किया कि एक एग्जिट पोल में बीजेपी-आईपीएफटी गठबंधन को 51 प्रतिशत वोट मिलने की बात कही गई है, जबकि दूसरे में वाम मोर्चे को 45-46 प्रतिशत वोट मिलने की बात कही गई है. उन्होंने कहा कि प्रतिशत में 'मामूली' अंतर है. रेड्डी ने यह भी कहा कि सी-वोटर एग्जिट पोल में वाम मोर्चे को 'लाभ' दिया गया है.
सी-वोटर के एग्जिट पोल में कहा गया है कि त्रिपुरा में कांटे की टक्कर है. सीपीएम को 44.3 प्रतिशत मतों के साथ 26 से 34 सीट मिलने की संभावना है. इसमें कहा गया है कि बीजेपी को 42.8 प्रतिशत मतों के साथ 24 से 32 सीट मिल सकती हैं. कांग्रेस को 7.2 प्रतिशत मतों के साथ लगभग दो सीट मिलने की संभावना जताई गई है.
रेड्डी ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि त्रिपुरा में बीजेपी जीत सकती है. हमें पूरा विश्वास है कि वाम मोर्चा जीतेगा.'
(पीटीआई-भाषा से इनपुट के साथ)
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.