हर बार कांग्रेस के संकट मोचक की तरह पार्टी की नैया पार कराने वाले डीके शिवकुमार तेलंगाना चुनाव की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. तेलंगाना में कांग्रेस ने शिवकुमार को गठबंधन को रफ्तार को बल देने की जिम्मेदारी दी है.
56 वर्षीय जल संसाधन और चिकित्सा शिक्षा मंत्री शिवकुमार पिछले दो-तीन दिनों से तेलंगाना में कांग्रेस के अभियान और चुनाव रणनीति की निगरानी कर रहे हैं. एक सराहनीय राजनीतिक रणनीतिकार शिवकुमार के पास राजनीति में 30 सालों के दौरान कांग्रेस के लिए कठिन चुनाव जीतने का इतिहास है.
वहीं कर्नाटक में पीछे हुए 3 लोकसभा और 2 विधानसभा सीटों के उपचुनाव परिणामों में डीके शिवकुमार ने साबित कर दिया था कि वो कांग्रेस के चुनावी प्रबंधन के चाणक्य हैं. दरअसल, इस चुनाव में बेल्लारी लोकसभा सीट और रामनगर विधानसभा सीट पर कांग्रेस को जीत दिलाकर पार्टी में अपनी छाप छोड़ी और पार्टी में अपना कद और ऊंचा कर लिया. करीब 14 सालों से बेल्लारी सीट पर रेड्डी भाईयों का दबदबा था, जिसे शिवकुमार ने अपनी रणनीति से इस दबदबे को ढ़हा दिया.
वहीं कांग्रेस के चुनाव प्रचार कमिटी के महासचिव मिलिंद धर्मसेना का कहना है कि जिस क्षेत्र की जिम्मेदारी शिवकुमार को दी जाती है उसके लिए वह जबरदस्त होमवर्क करते हैं. वह पार्टी की कमजोरी और ताकत को साथ लेकर काम करते हैं. इसके बाद अच्छे से समझ कर जिम्मेदारियां बांटते हैं.
हालांकि कई बार अपने बयानों की वजह से भी वह कई बार सुर्खियां बटोर चुके हैं.
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