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सत्ता के भूखे सिद्धारमैया मिला सकते हैं बीजेपी से हाथ, जेडीएस नहीं: देवगौड़ा

एचडी देवगौड़ा ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टी हमारे दुश्मन हैं. दोनों दल से हम बराबर दूरी बना कर रखते हैं

Updated On: Feb 20, 2018 03:21 PM IST

FP Staff

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सत्ता के भूखे सिद्धारमैया मिला सकते हैं बीजेपी से हाथ, जेडीएस नहीं: देवगौड़ा

पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की पार्टी ने 126 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों एचडी देवगौड़ा के इस फैसले से हैरान है. दरअसल जनता दल (सेकुलर) ने चुनाव में हमेशा देर से उम्मीदवारों के लेकर अपने पत्ते खोले हैं लेकिन इस बार देवगौड़ा अलग रणनीति के साथ काम कर रहे हैं. इतना ही नहीं इस बार जनता दल (सेकुलर) ने इस चुनाव में मायावती और शरद पवार से भी हाथ मिलाया है.

84 साल के पूर्व प्रधानमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री गौड़ा का दावा है कि ये उनका ये आखिरी चुनाव होगा. ऐसे में उन्होंने उम्मीद जताई है कि है कि कर्नाटक के लोग जनता दल (सेकुलर) के लिए मतदान करेंगे. गौड़ा पिछले 56 सालों से विधानसभा या संसद का सदस्य रहे हैं इसके अलावा उन्होंने 14 चुनाव (सात विधानसभा और सात लोकसभा चुनाव) जीते हैं. ये एक रिकॉर्ड है.

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बारे में न्यूज़ 18 के डीपी सतीश से बातचीत करते हुए गौड़ा ने कहा कि चुनाव के बाद बीजेपी या फिर कांग्रेस से उनकी पार्टी हाथ नहीं मिलाएगी.

सवाल- चुनाव आयोग ने अभी तक तारीखों का ऐलान नहीं किया है लेकिन आपकी पार्टी ने पहले ही उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. इसके पीछे क्या वजह है? जेडीएस ने ऐसा पहले कभी नहीं किया है?

एचडी देवगौड़ा – इस बार हालात अलग हैं. ये चुनाव हमारे लिए और कर्नाटक के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. हम दो अमीर पार्टी कांग्रेस और बीजेपी से लड़ रहे हैं. हम एक गरीब पार्टी हैं हम पैसों के बल पर चुनाव नहीं लड़ सकते. हम अपनी रणनीति के साथ तैयार हैं. वोटों के बटवारे को रोकने के लिए मैंने बीएसपी और एनसीपी के साथ गठबंधन किया है. इस बार हमें कोई भी हल्के में नहीं ले सकता है.

सवाल- क्या आपको लगता है कि बीएसपी से हाथ मिलाने से आपको दलित वोट मिलेंगे?

एचडी देवगौड़ा– निश्चित रूप से. आज मायावती भारत में एक बहुत बड़ी दलित नेता हैं. वो दलितों की प्रतीक है. वो दो भ्रष्ट दल कांग्रेस और बीजेपी के खिलाफ लड़ने के लिए खुद तैयार हुई हैं. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलित विरोधी पार्टी है और चुनावों के दौरान उन्हें वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करते हैं. दलित इस गठबंधन से खुश हैं. पिछले हफ्ते आठ लाख लोगों ने हमारी संयुक्त रैली में भाग लिया था. हम आगे भी एक साथ मिलकर रैली करेंगे. बीएसपी का कर्नाटक में इस बार खाता खुलेगा.

सवाल – आपके आलोचकों का कहना है कि आपने मायावती के साथ कांग्रेस का वोट काटने के लिए हाथ मिलाया है, जिससे कि सही मायने में बीजेपी को फायदा होगा?

एचडी देवगौड़ा – ये सब बकवास है. मैं ऐसी चीजें नहीं करता. कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टी हमारे दुश्मन हैं. दोनों दल से हम बराबर दूरी बना कर रखते हैं. हमें बीजेपी को क्यों मदद करनी चाहिए? किस लिए?

सवाल – अगर 2004 की तरह इस बार भी चुनाव में किसी एक दल को बहुमत नहीं मिलता है तो क्या आप बीजेपी या फिर कांग्रेस में से किसी एक का समर्थन करेंगे?

एचडी देवगौड़ा– कभी नहीं. हम अपनी ताकत पर जीतने के लिए यहां हैं अगर हमें खंडित जनादेश मिलता है, तो हम विपक्ष में बैठेंगे. ऐसे हालात में हम फिर से चुनाव लड़ना चाहेंगे जैसा कि मेरे बेटे और हमारे मुख्यमंत्री उम्मीदवार एच डी कुमारस्वामी ने कहा है. हम कभी भी कांग्रेस या बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे.

अगर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को बहुमत नहीं मिलता है तो वो बीजेपी के साथ जा सकते हैं. वो सत्ता के भूखे हैं. वो सत्ता के लिए कुछ भी करे सकते हैं उनके जीवन में कोई सिद्धांत नहीं है. लेकिन मैं उसकी तरह नहीं हूं.

सवाल – लेकिन आप हमेशा चुनाव के बाद अपना रुख बदलते हैं? ऐसा पहले भी हुआ है.

एचडी देवगौड़ा – इस बार हालात अलग हैं. क्या आपको लगता है कि मायावती और शरद पवार बीजेपी के साथ जाएंगे? बिल्कुल नहीं. मैं भी इसके खिलाफ हूं.

सवाल – क्या कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया एक समय आपके चहेते नहीं थे?

एचडी देवगौड़ा – हां वो थे. आज वो जो भी है मैंने उन्हें बनाया. मैंने उन्हें उपमुख्यमंत्री बना दिया, वो भी एक बार नहीं, दो बार. लेकिन उसने मुझे बाद में धोखा दे दिया. वो कांग्रेस में शामिल हो गए, वो पार्टी जिसने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था. लोग सबकुछ जानते हैं उनकी सरकार कर्नाटक के इतिहास में सबसे भ्रष्ट और गंदी है. वो इस बार हार जाएंगे. वो सत्ता के नशे में हैं और सोचते हैं कि वो इस बार भी जीत सकते हैं. लेकिन लोग उसके खिलाफ हैं.

सवाल – कांग्रेस के हाईकमान के साथ आपके रिश्ते कैसे हैं? अब राहुल गांधी पार्टी के नए अध्यक्ष हैं?

एचडी देवगौड़ा – मेरा कांग्रेस से कुछ भी लेना-देना नहीं है. मैं सभी के साथ एक सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखता हूं. राजनीति एक अलग चीज है.

सवाल – बीजेपी के बारे में क्या कहेंगे? क्या उनके जीतने की उम्मीद है?

एचडी देवगौड़ा – बीजेपी के लिए जीत की कोई उम्मीद नहीं है. वो भी भ्रष्ट हैं. पांच साल तक यहां बीजेपी शासन बकवास था. उन्होंने पूरे राज्य में लूट मचा रखी थी. क्या उनके मुख्यमंत्री येदियुरप्पा भ्रष्टाचार के लिए जेल नहीं गए थे? लोगों को बीजेपी पर विश्वास नहीं है.

सवाल – बीजेपी इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव प्रचार कर रही है. इस बारे में आपको क्या कहना है?

एचडी देवगौड़ा – वो अब तक के सबसे बड़े नेता हैं. स्वाभाविक है वो चुनाव प्रचार कर रहे हैं लेकिन उनकी लोकप्रियता में भी कमी आई है. बीजेपी को बड़ी मुश्किल से गुजरात में जीत मिली है. उप-चुनाव के दौरान पार्टी को राजस्थान में झटका लगा. कई घोटाले और अर्थव्यवस्था में भी गिरावट ने बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी है.

अगर मुझसे पूछें तो हर प्रधानमंत्री ने भारत के विकास के लिए योगदान दिया है. इसमें मैं भी शामिल हूं देश को एक या दो दिन में नहीं बनाया गया है.

सवाल – हमने देखा है कि कई बार राजनीतिक ध्रुवीकरण कर्नाटक से शुरू हुआ है. क्या ये कोई संकेत हैं कि 2019 लोकसभा चुनावों से पहले कोई तीसरा मोर्चा खड़ा हो रहा है?

एचडी देवगौड़ा – कांग्रेस और बीजेपी से लड़ने के लिए हमें एक साथ आना चाहिए. देश में कुल मिलाकर हमारे पास 40% वोट हैं. तीसरे मोर्चे का फिर से आना एक अच्छी बात है.

सवाल- अब आप 84 साल के हो गए हैं. आप पिछले 56 सालों से लगातार राज्य विधानसभा या संसद का सदस्य रहे हैं. क्या आप 2019 में फिर से चुनाव लड़ेंगे?

एचडी देवगौड़ा – मेरी सेहत मुझे ज्यादा यात्रा करने की अनुमति नहीं दे रही है. मेरा जीवन संघर्ष से भरा है, मैं व्यक्तिगत रूप से फिर से लड़ना नहीं चाहता.

(न्यूज18 के लिए डीपी सतीश)

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