live
S M L

शशि थरूर ने बताया राहुल गांधी के मंदिर दर्शन के पीछे क्या है असली वजह

चुनावी जनसभाएं हों या फिर चुनाव का ऑफ टाइम राहुल गांधी कैलाश मानसरोवर से लेकर अलग-अलग मंदिरों में दर्शन के लिए जाते दिखाई देते हैं, कांग्रेस सांसद शशि थरूर से जब राहुल के इस 'मंदिर दर्शन' पर सवाल किए गए, तो उन्होंने इस पर अपनी राय रखी

Updated On: Dec 03, 2018 10:43 AM IST

FP Staff

0
शशि थरूर ने बताया राहुल गांधी के मंदिर दर्शन के पीछे क्या है असली वजह

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों अक्सर मंदिर दर्शन करते दिखाई दे जाते हैं. चुनावी जनसभाएं हों या फिर चुनाव का ऑफ टाइम राहुल गांधी कैलाश मानसरोवर से लेकर अलग-अलग मंदिरों में दर्शन के लिए जाते दिखाई देते हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस सांसद शशि थरूर से जब राहुल के इस 'मंदिर दर्शन' पर सवाल किए गए, तो उन्होंने इस पर अपनी राय रखी. थरूर रविवार को दिल्ली में आयोजित हुए 'टाइम्स लिटफेस्ट दिल्ली' में हिस्सा लेने आए हुए थे. इस मौके पर उनसे उनकी नई किताब 'द पैराडॉक्सिकल प्राइम मिनिस्टर' पर भी चर्चा हुई और फिर यह चर्चा यहां तक पहुंच गई कि वर्तमान में कांग्रेस हिंदुत्व, विश्वास, सरकार और शासन जैसे मुद्दों पर क्या सोचती है.

कांग्रेस पार्टी नेहरू जी के धर्मनिरपेक्ष विचारों की पार्टी है

इस दौरान जब शशि थरूर से यह सवाल पूछा गया कि अचानक राहुल गांधी का मंदिरों में जो विश्वास बढ़ा है उसके पीछे क्या कारण हैं. थरूर ने कहा, 'कांग्रेस अब लंबे समय से यह महसूस कर रहे हैं कि हमें अपना निजी विश्वास जबरदस्ती लोगों के सामने दिखाना पड़ रहा है. हम ईश्वर में भरोसा करते हैं लेकिन हमें कभी ऐसा नहीं लगा कि हमें इसका प्रदर्शन आम जनता के सामने करना चाहिए क्योंकि कांग्रेस पार्टी नेहरू जी के धर्मनिरपेक्ष विचारों की पार्टी है, वह स्वतंत्रता संग्राम के दौर से इन्हीं विचारों पर कायम है.'

बीजेपी ने सच्चे हिंदू और नास्तिक धर्मनिरपेक्ष के बीच 'लड़ाई' छेड़ी है

थरूर ने कहा, लेकिन कांग्रेस को ऐसा करने के लिए बीजेपी ने मजबूर किया है. बीजेपी ने सच्चे हिंदू और नास्तिक धर्मनिरपेक्ष के बीच अंतर दिखाने की यह 'लड़ाई' छेड़ी है.' थरूर ने आगे कहा, 'और भारत जैसे देश में अगर यह बहस छेड़ी जाए, जहां धर्म गहरे तक जुड़ा है, तो वहां धर्मनिरपेक्षता की हमेशा हार होगी. ऐसे में हमने भी यह तय किया कि अब हमें भी अपने धार्मिक विश्वास का प्रदर्शन करना होगा, लेकिन हम इसमें भी सभी को साथ लेकर चलेंगे और दूसरे धर्मों को भी स्वीकार करते हुए आगे बढ़ेंगे.'

राहुल गांधी से कई बार धर्म और अध्यात्म पर बात की है

इन दिनों राहुल गांधी जब चुनावी दौरों पर होते हैं, तो वह विशेष रूप से मंदिरों का कार्यक्रम बनाते हैं. इस पर राहुल गांधी का बचाव करते हुए थरूर ने कहा, 'इसे इस ढंग से देखना बिल्कुल गलत है कि हम स्वार्थ या अवसरवादिता के लिए यहां जाते हैं.' उन्होंने कहा, जब राहुल खुद को 'शिव भक्त' कहते हैं, तो उन्हें अच्छी तरह से पता है कि वह क्या बोल रहे हैं.' कांग्रेस के इस सीनियर नेता ने कहा, 'मैंने राहुल गांधी से कई बार धर्म और अध्यात्म पर बात की है. इन विषयों पर राहुल की समझ गहरी है और वह धर्म और अध्यात्म को गहरे तक समझते हैं.

0

अन्य बड़ी खबरें

वीडियो
KUMBH: IT's MORE THAN A MELA

क्रिकेट स्कोर्स और भी

Firstpost Hindi