कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने राम मंदिर के मुद्दे पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है और कोर्ट जो भी फैसला सुनाएगा, उसे स्वीकार किया जाना चाहिए. इस मसले पर अध्यादेश की कोई जरूरत नहीं है.
कांग्रेस के इस बयान को पीएम मोदी पर निशाने के तौर पर देखा जा रहा है क्योंकि न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने सोमवार को कहा कि राम मंदिर मामले में कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद अध्यादेश पर विचार किया जा सकता है.
पीएम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में यह मामला थोड़ा धीमा है क्योंकि कांग्रेस के वकील खलल पैदा कर रहे हैं. बीजेपी के घोषणा-पत्र में भी कहा गया है कि इस मुद्दे का हल संविधान के दायरे में रहकर ही निकल सकता है.
पीएम ने कहा कि अदालती प्रक्रिया खत्म होने दीजिए. जब यह खत्म हो जाएगी, उसके बाद बतौर सरकार हमारी जो भी जवाबदारी होगी, हम उस दिशा में सारी कोशिशें करेंगे.
गौरतलब है कि राम मंदिर के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में 4 जनवरी को सुनवाई है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही हैं. राम मंदिर शुरू से ही एक प्रमुख राजनीतिक मुद्दा रहा है.
Randeep Singh Surjewala, Congress on #RamTemple: The issue is in the Supreme Court and whatever decision is given by SC should be adhered to & accepted by everyone. There is no need for an ordinance thereafter. pic.twitter.com/foDTsRliKX
— ANI (@ANI) January 1, 2019
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