रामजस कॉलेज में छात्रों के बीच हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. वामपंथी छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद एक बार फिर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने विरोध प्रदर्शन किया और कथित देश विरोधी नारे लगाने वालों पर कार्रवाई की मांग की. पुलिस को इस बारे में शिकायत और वीडियो मिला है जिसकी जांच की जा रही है.
दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर मुठ्ठी भर एबीवीपी के छात्र इकट्ठे हुए और जोरशोर से डीयू में कथित भारत विरोधी नारे लगाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की. एबीवीपी के नेता साकेत बहुगुणा के मुताबिक पहले जेएनयू में देशविरोधी नारे लगे और जब पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो उनकी हिम्मत इतनी बढ़ गई कि वे डीयू आ पहुंचे. इनके खिलाफ सख्त कर्रवाई होनी चाहिए.
छात्रों ने पुलिस के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की. हालांकि पुलिस का कहना है कि देश विरोधी नारे लगाने की जो बात हो रही है, उसे लेकर कुछ वीडियो और शिकायत मिली है जिसकी जांच चल रही है. दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता दीपेंद्र पाठक के मुताबिक इसमें शिकायत और वीडियो मिले हैं जिनकी सत्यता की जांच चल रही है.
एबीवीपी इस मुद्दे पर दिल्ली विश्वविद्यालय में 2 मार्च को एक बड़ा मार्च निकालने की तैयारी कर रही है.
22 फरवरी को रामजस कॉलेज के कैंपस में वामपंथी छात्र संगठन AISA और एबीवीपी के बीच झड़प हुई थी. विवाद एक सेमिनार में जेएनयू नेता शेहला रशीद और उमर खालिद की शिरकत को लेकर शुरू हुआ. सेना के शहीद की बेटी गुरमेहर कौर के एबीवीपी के खिलाफ वायरल पोस्ट के बाद मसले ने और तूल पकड़ लिया था.
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Mar 2, 2017
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं (ABVP) ने चंडीगढ़ के पंजाब यूनिवर्सिटी में ‘प्रोटेस्ट मार्च’ निकाला
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष सतिंदर अवाना ने दावा किया कि एबीवीपी का मार्च वाम छात्र संगठनों के मार्च से काफी बड़ा है. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी में किसी एंटी-नेशनल को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. 'यह विरोध एंटी-नेशनल नारों के खिलाफ है और ऐसे नारे कैंपस के माहौल के लिए नहीं है.'
एबीवीपी ने साफ कर दिया है कि यूनिवर्सिटी कैंपस में किसी भी तरह की देशद्रोही या देश बांटने वाली गतिविधियों को नहीं सहा जाएगा और रामजस कॉलेज इससे अलग नहीं किया जा सकता था. फर्स्टपोस्ट को दिए एक इंटरव्यू में एबीवीपी के राष्ट्रीय महासचिव विनय बिद्रे ने कहा कि अलग-अलग कैंपसों में जो कुछ घटित हो रहा है, वो दो विचारधाराओं के बीच मतभेद होने की वजह से नहीं है. बल्कि ये लड़ाई राष्ट्रभक्त और देशद्रोही ताकतों के बीच है.
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एबीवीपी ने साफ कर दिया है कि यूनिवर्सिटी कैंपस में किसी भी तरह की देशद्रोही या देश बांटने वाली गतिविधियों को नहीं सहा जाएगा और रामजस कॉलेज इससे अलग नहीं किया जा सकता था. फर्स्टपोस्ट को दिए एक इंटरव्यू में एबीवीपी के राष्ट्रीय महासचिव विनय बिद्रे ने कहा कि अलग-अलग कैंपसों में जो कुछ घटित हो रहा है, वो दो विचारधाराओं के बीच मतभेद होने की वजह से नहीं है. बल्कि ये लड़ाई राष्ट्रभक्त और देशद्रोही ताकतों के बीच है.
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दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र गुटों के बीच रामजस कॉलेज से जुड़े विवाद मामले में आरएसएस की तरफ से पहला बयान सामने आया है. ये बयान आरएसएस के सह सरकार्यवाहक सुरेश भैय्याजी जोशी की तरफ से आया है. भैय्याजी जोशी ने संघ की तरफ से पहली आधिकारिक प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि, 'ये यूनिवर्सिटी प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे इस बात की जांच करे कि कैंपस का माहौल कौन सी ताकतें खराब कर रहीं हैं.' उन्होंने ऐसी ताकतों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की भी पैरवी की है.
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पंजाब डिप्टी सीएम सुखबीर बादल का कहना है कि मसले को सियासी रंग नहीं देना चाहिए और गुरमेहर कौर को पूरी सुरक्षा दी जाएगी.
मसले की गूंज दिल्ली के बाहर भी सुनाई पड़ रही है. गुरमेहर कौर दिल्ली छोड़कर जालंधर चली गई हैं. चंडीगढ़ में पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपेस में भी आज एबीवीपी इस मुद्दे पर तिरंगा मार्च निकालेगी. ये मार्च वीसी के दफ्तर से शुरू होकर स्टूडेंट सेंटर पर खत्म होगा. दूसरी तरफ, आम आदमी पार्टी ने जालंधर में गुरमेहर कौर के समर्थन में सड़क पर उतरने का फैसला किया है. यहां कई दूसरे सिख संगठन भी उनके समर्थन में प्रदर्शन करने वाले हैं.
इस बीच छात्रा गुरमेहर कौर के वीडियो को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. मामले पर जारी बयानबाजी के बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने बुधवार को एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें लिखा है कि हमारे जवान इस तरह बोलने को मजबूर हैं. ट्वीट में रिजिजू ने लिखा है कि यह दर्द सागर से गहरा है... दुख होता है कि हमारे जवानों को इतने भारी मन से यह कहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है... वीडियो सेना की मराठा इंफेंट्री के जवान श्रीराम गोरदे का है.
एबीवीपी का मार्च दोपहर करीब 12 बजे आर्ट फैकल्टी से शुरू होगा. इसके बाद विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन से होते खालसा कॉलेज, मिरांडा, एसआरसीसी, डीआरसी, रामजस कॉलेज और फिर आर्ट फैकल्टी में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति के पास खत्म होगा. एबीवीपी के मुताबिक मार्च के जरिये छात्रों से 'कम्युनिस्ट ब्रिगेड के भारत-विरोधी एजेंडा' के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया जाएगा. संगठन का दावा है कि ये आम छात्रों का प्रदर्शन होगा और टीचर भी अच्छी खासी तादाद में इसमें शिरकत करेंगे.
दिल्ली यूनिवर्सिटी में सियासत अब भी सुलग रही है. गुरुवार को एबीवीपी के कार्यकर्ता कैंपेस में 'सेव डीयू' मार्च निकालने वाले हैं. मंगलवार को वामपंथी संगठनों ने एबीवीपी के खिलाफ इसी तरह का प्रदर्शन किया था.
आइसा ने इस घटना का वीडियो अपने फेसबुक पेज पर डाला है.
मंगलवार आइसा के दो एक्टिविस्ट जब फाइट बैक डीयू मार्च से लौट रहे थे तो एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला कर दिया. पुलिस ने तुरंत एबीवीपी के कार्यकर्ताओं को रोका.
दिल्ली पुलिस ने आइसा के कार्यकर्ताओं पर हमला करने वाले दो एबीवीपी के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है.
रामजस विवाद में मंगलवार की शाम कांग्रेस के स्टूडेंट विंग एनएसयूसीआई ने मशाल जुलूस निकाला है.
रामजस विवाद पर एबीवीपी ने कहा है कि बाहर के लोग डीयू का माहौल खराब कर रहे है. एबीवीपी ने कहा कि 2 मार्च को डीयू में वो विरोध प्रदर्शन का आयोजन करेगी.
सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि एबीवीपी के लोग विचारों में जीत नहीं सकते इसलिए वे हिंसा का सहारा ले रहे हैं.
सीपीआई के नेता और सांसद डी. राजा भी 'फाइट बैक डीयू' मार्च में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे को संसद में भी उठाएंगे.
गुरमेहर कौर से संबंधित सवाल पर सहवाग ने जबाब नहीं दिया.
एबीवीपी ने पुलिस से गुरमेहर को जान से मारने और बलात्कार करने की धमकी देने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है
गुरमेहर कौर के बाबा सरदार कमलजीत सिंह ने जालंधर से कहा,
मैं अपनी पोती के कदम की सराहना करता हूं, मैं उसके साथ हूं. उसने जो भी कहा, कुछ गलत नहीं कहा. लेकिन मैं उसकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं. हमारी राष्ट्रीयता पर कोई उंगली नहीं उठा सकता. मैं सभी लोगों से अपील करता हूं कि इस मामले को अब खत्म किया जाए.
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी गुरमेहर कौर के समर्थन में ट्वीट किया
वाम छात्रों के विरोध प्रदर्शन में पोस्टर वॉर