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रजनीकांत ने अपनी संस्था में धार्मिक, जाति संगठनों के सदस्यों पर बैन लगाया

पिछले साल दिसम्बर में अपनी राजनीतिक पार्टी के लॉन्च करने की घोषणा के बाद ही इस संस्था को बनाया गया था. ऐसा माना जा रहा है कि ये संस्था उनकी पार्टी के लॉन्च के पहले की तैयारी है

Updated On: Aug 31, 2018 06:10 PM IST

PTI

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रजनीकांत ने अपनी संस्था में धार्मिक, जाति संगठनों के सदस्यों पर बैन लगाया

अभिनेता रजनीकांत ने 'रजनी मक्कल मंदरम' के लिए कठोर नियम जारी किए हैं. इसके तहत् धार्मिक एवं जाति आधारित संगठनों के सदस्यों का इसमें शामिल होने पर रोक लगा दी गयी है.

मंदरम के लिए 36 पन्नों में नियम जारी किए गये हैं. इसमें अनुशासन बरतने, असामाजिक गतिविधियों से दूरी, गंदी आदतों की लत से दूर रहना भी शामिल है. हाल ही में बांटे गए इन नियमों में संगठनात्मक ढांचे, आचार संहिता और विभिन्न प्रभागों में शामिल होने के मानकों को रेखांकित किया गया है.

पिछले साल दिसम्बर में अपनी राजनीतिक पार्टी के लॉन्च करने की घोषणा के बाद ही इस संस्था को बनाया गया था. ऐसा माना जा रहा है कि ये संस्था उनकी पार्टी के लॉन्च के पहले की तैयारी है. पिछले कई माह से यह संस्था जमीनी स्तर पर सदस्यों की भर्ती कर रही है और विभिन्न स्तर पर पदाधिकारियों की भी नियुक्ति कर रही है.

पिछले साल रजनीकांत में राजनीति में आने की अपनी मंशा को जाहिर करते हुए प्रशंसकों से 'आध्यात्मिक राजनीति' का वादा किया था.

जाति और धर्म के बंधन से मुक्त एक ऐसी राजनीति की कल्पना का रजनीकांत के विरोधियों ने मजाक बनाया था और उन्हें बीजेपी आरएसएस का ही साथी करार दिया था. हालांकि रजनीकांत ने बाद में आध्यात्मिक राजनीति के अर्थ "आध्यात्मिक राजनीति" का अर्थ धर्म, जाति और सुशासन के प्रति प्रतिबद्धता से परे धर्मनिरपेक्ष राजनीति का मतलब है.

हालांकि रजनीकांत की इस जाति और धर्म विहीन राजनीति ने राज्य में राजनीतिक दलों का ध्यान अपनी ओर खींचना शुरु कर दिया है. सत्तारूढ़ एआईएडीएमके ने इस कदम को अभिनेता द्वारा अपनी धर्मनिरपेक्ष छवि बनाने के प्रयास के रूप में देखा है.

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