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राजस्थान चुनाव 2018: राजस्थान की राजगद्दी बचा पाएगा बीजेपी का 'योगी कार्ड'

राजस्थान में सीएम योगी केवल उन्हीं सीटों पर प्रचार कर रहे हैं जहां कांग्रेस ने मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. ऐसे में कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं

Updated On: Nov 29, 2018 02:18 PM IST

FP Staff

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राजस्थान चुनाव 2018: राजस्थान की राजगद्दी बचा पाएगा बीजेपी का 'योगी कार्ड'

राजस्थान चुनाव में बीजेपी के स्टार प्रचारकों ने राज्य का सियासी महौल बदल दिया है, जिससे अब कांग्रेस भी परेशान है. खास तौर से उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रचार के बाद से राज्य का सियासी रंग काफी मजहबी होता हुआ दिखाई दे रहा है. दरअसल सीएम योगी केवल उन्हीं सीटों पर प्रचार कर रहे हैं जहां कांग्रेस ने मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. ऐसे में कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं.

इस स्थिति से निपटने के लिए कुछ मुस्लिम संगठनों ने असदद्दीन औवेसी को भी राजस्थान के चुनावी मैदान में प्रचार के लिए लाने की कोशिश की लेकिन औवेसी ने राजस्थान के चुनावी प्रचार में आने से इनकार कर दिया.

विकास की बजाय धार्मिक मुद्दों को उठाने में जुटी बीजेपी

राज्य में सीएम योगी की रैलियों में सवाल विकास पर कम और धार्मिक मुद्दों पर ज्यादा घुमाया जा रहा है. ये बात उनके बयानों में भी साफ झलकती है. सीएम योगी ने राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान ऐसे कई बयान दिए हैं.

योगी के बयान

"कांग्रेस रखे, हमें चाहिए बजरंग बली" "रामभक्त बीजेपी को और रावण भक्त कांग्रेस को वोट दें'' "बजरंगवली दलित, आदिवासी, गिरवासी, वनवासी और वंचित थे" "राहुल गांधी के परदादा कहते थे कि मैं ऐक्सिडेंटली हिंदू हूं" 'राजनीतिक स्वार्थ के लिए आतंकवाद को देते हैं संरक्षण' 'कांग्रेस कहती थी संसाधनों पर पहला हक मुस्लिमों का'

इतना ही नहीं इसका असर बीजेपी के घोषणा पत्र भी पड़ा है. बीजेपी ने  अपने घोषणा पत्र में कई ऐसे मुद्दे शामिल किए हैं जिसमें मजहबी रंग दिखाई दे रहा है, जैसे गौरक्षा के लिए तसकरी रोकने, गौ रक्षा चौकी बढ़ाने पर फोकस, बांग्लादेश मुस्लिम और रोहिग्या मुस्लिम खोज कर बाहर भेजेने का मुद्दा.

बीजेपी के घोषणा पत्र जिसे संकल्प पत्र नाम दिया है उसमें योगी असर इस कदर देखने को मिला है कि गारेख नाम जैसे शब्दों पर पाबंदी लगाने की बात सामने आई है.

 कौन- कौन सी सीटों पर योगी ने किया प्रचार?

मकराना सीट - यहां जाकिर हुसैन गैसावत मैदान में फतेहपुर सीट - यहां कांग्रेस के हाकम अली मैदान में पोकरण सीट - यहां कांग्रेस के सालेह मोहम्मद मैदान में रामगढ़ अलवर - यहां कांग्रेस की सफिया खान मैदान में तिजारा सीट - यहां कांग्रेस की एमादद्दीन खान दुरूर् मियां मैदान में कामां - यहां पर कांग्रेस जाहिदा खान मैदान में हैं.

कांग्रेस भी कर रही है पलटवार

एक ओर योगी धुआंधार प्रचार से कांग्रेस के खेमे में चिंता की लकीरें हैं, तो वहीं कांग्रेस भी योगी पर पलटवार करने से पीछे नहीं हट रही है. कोई योगी को भोगी कह कर तो और गेम चेंजर नहीं नेम चेंजर कह कर राजस्थान की सियासत में योगी इफेक्ट को नॉर्मल करने की कोशिश कर रहा है. मामले को लेकर कांग्रेस के कुछ मुस्लिम उम्मीदवारों ने अपनी बात आला कमान तक भी पहुंचाई है. कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद ने भी मामले को लेकर मंगलवार को पीसीसी में अविनाश पांडे से बात की है, ताकि ऐसी सीटों के लिए राजस्थान कांग्रेस कुछ प्लान करे और योगी प्रचार के बाद हुए ध्रुविकरण के असर को कम किया जा सके.

बीजेपी को हो सकता है नुकसान

राजस्थान में चुनावी सियासत विकास के मुद्दों पर शुरू होकर अब वापस धार्मिक मुद्दों पर आकर उलझ रही है, योगी के हिंदुत्तव से जुडे़ बयान देश में बवाल खड़े कर रहे हैं. कुछ लोगों का मानना है कि इस रणनीति का फायदा होने के बजाए बीजेपी को ही नुकसान भी हो सकता है, लेकिन कांग्रेस भी मामले में अपनी ऐसी सीटों पर डैमेज कंट्रोल करने में जुट रही है जहां उन्हें योगी के आने से नुकसान होने की उम्मीद है.

(न्यूज 18 की इनपुट के साथ)

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