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LIVE संसद सत्र: 'हम चर्चा को तैयार थे लेकिन कांग्रेस ने नहीं चलने दी संसद'

लगभग 15 विपक्षी पार्टियों ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया जिसकी अगुआई कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने की

Updated On: Apr 05, 2018 02:26 PM IST

FP Staff

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LIVE संसद सत्र: 'हम चर्चा को तैयार थे लेकिन कांग्रेस ने नहीं चलने दी संसद'

संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा, हम अविश्वास प्रस्ताव, कावेरी मुद्दे सहित कई मसलों पर बात करने के लिए तैयार हैं. कांग्रेस को बताना होगा कि वे इन मुद्दों को संसद के वेल तक क्यों ले गए और जब हम चर्चा के लिए तैयार थे तो संसद क्यों नहीं चलने दी. हमने 'काम नहीं तो वेतन नहीं' का मॉडल लोगों के सामने रखा है.

राज्यसभा में गुरुवार को भी कई पार्टियों के सदस्यों ने अलग अलग मुद्दों पर हंगामा किया जिसकी वजह से बैठक 11 बज कर करीब 10 मिनट पर दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. दूसरी ओर कावेरी मुद्दे को लेकर हंगामे को देखते हुए लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई.

उच्च सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल हंगामे की भेंट चढ़ गए. संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड का गठन और आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग जैसे मुद्दों पर उच्च सदन में विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहने की वजह से कार्यवाही लगातार बाधित है.

गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदु शेखर राय ने सभापति एम वेंकैया नायडू की अनुमति से व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए बुधवार को सदन में पेश किए गए भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) विधेयक 2013 के बारे में गलत जानकारी देने का उल्लेख करते हुए सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया. इसके साथ ही एआईएडीएमके, डीएमके, टीडीपी, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने आसन के सामने आ कर नारेबाजी शुरू कर दी. हंगामा बढ़ने पर सभापति ने सदन की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी. इससे पहले बैठक शुरू होने पर आंध्र प्रदेश से वाईएसआर कांग्रेस के सदस्य वी प्रभाकर रेड्डी और कर्नाटक से निर्वाचित कांग्रेस के सैयद नासिर हुसैन ने उच्च सदन की सदस्यता की शपथ ली. दोनों सदस्यों ने अंग्रेजी में शपथ ली.

इसके बाद नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाने शुरू किए. इसी दौरान हंगामा शुरू हो गया. नायडू ने आसन के समक्ष आकर नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने और कार्यवाही चलने देने का अनुरोध करते हुए तृणमूल सदस्य राय को व्यवस्था का प्रश्न उठाने की अनुमति दी.

कावेरी प्रबंधन बोर्ड बनाने की मांग को लेकर एआईएडीएमके के सदस्यों के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही गुरुवार को फिर बाधित हुई और सदन की बैठक शुरू होने के साथ ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.

बजट सत्र के दूसरे चरण में लोकसभा में गुरुवार को लगातार 21वें दिन भी प्रश्नकाल नहीं चला और सुबह सदन की बैठक शुरू होते ही एआईएडीएमके के सदस्य पिछले दिनों की तरह हाथों में तख्तियां लेकर आसन के समीप आकर कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे.

एआईएडीएमके सांसद जोरदार तरीके से ‘वी वांट जस्टिस’ और ‘वी डिमांड कावेरी बोर्ड’ के नारे लगा रहे थे. पार्टी के कई सदस्यों ने काले रंग की कमीज पहन रखी थी. अमृतसर से कांग्रेस सदस्य गुरजीत सिंह औजला सदन में ऐसा कुर्ता पहन कर आए थे जिस पर लिखा था ‘मोदी को स्वर्ण मंदिर में लंगर पर केंद्रीय जीएसटी वापस लेनी चाहिए’. लोकसभाध्यक्ष ने सदस्यों से अपनी सीटों पर जाने को कहा लेकिन हंगामा जारी रहा.

उधर, तेलुगूदेशम पार्टी के सदस्य अपने स्थानों पर खड़े होकर विरोध दर्ज करा रहे थे जो बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत से ही आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग कर रहे हैं. वे हमेशा की तरह पीली पट्टिका डाले हुए थे. नारेबाजी थमते नहीं देख लोकसभाध्यक्ष ने कार्यवाही शुरू होने के कुछ मिनट बाद ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

संसद परिसर में गुरुवार को विपक्षी दलों ने कई मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन किया. विपक्षी दलों के नेताओं ने बैंक घोटाले, कृषि संकट, अविश्वास प्रस्ताव, एससी/एसटी संरक्षण कानून और एयर इंडिया के विनिवेश के मुद्दे पर सरकार को घेरा.

दूसरी ओर भ्रष्टाचार निवराण (संशोधन) विधेयक 2013 के बारे में सदन को गुमराह करने और कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड के गठन सहित अन्य मांगों को लेकर कई दलों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक गुरुवार को शुरू होने के दस मिनट बाद ही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.

लगभग 15 विपक्षी पार्टियों ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया जिसकी अगुआई कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने की.

दूसरी ओर विपक्ष को शर्मिंदा करने की कोशिश में, केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा है कि सत्तारूढ़ एनडीए के सांसद बजट सत्र के उन 23 दिन का वेतन नहीं लेंगे जब कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों के विरोध प्रदर्शन के कारण संसद की कार्यवाही नहीं चल सकी.

कुमार ने संसद के दोनों सदनों में हंगामे के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि वह ‘लोकतंत्र विरोधी’ राजनीति कर रही है. संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने अहम विधेयकों को पारित होने से रोका जो करदाताओं के पैसे की ‘आपराधिक बरबादी’ है. उन्होंने कहा कि बीजेपी और कई सहयोगी दलों वाले एनडीए के संसद सत्र के बाधित हिस्से के लिए अपना वेतन नहीं लेंगे. सत्र शुक्रवार को समाप्त हो रहा है.

इस मुद्दे पर बीजेपी नेता सुब्रह्मणियम स्वामी ने कहा, मैं हर रोज संसद जाता हूं. अगर सदन नहीं चलती है तो यह मेरी गलती नहीं है. मैं राष्ट्रपति का प्रतिनिधि हूं, जब तक वो ऐसा करने को कहते नहीं, मैं कैसे कह सकता हूं कि सैलरी नहीं लूंगा.

संसद के दोनों सदनों में पिछले कई दिनों से कामकाज नहीं हो पा रहा. विपक्षी दल कई मुद्दों पर सरकार से जवाब मांग रहे हैं. कावेरी मुद्दा हो या आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने का मुद्दा, संसद में हंगामे के कारण सदन शुरू होते ही स्थगित हो जाती है. तेलुगू देशम पार्टी के सांसदों के विरोध प्रदर्शन के कारण संसद सत्र को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. आंध्र के मुद्दे पर ही अविश्वास प्रस्ताव को कई दलों ने समर्थन दिया है जिस कारण संसद की कार्रवाही बाधिर हुई है.

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