हिमाचल में बुधवार को गठित नए मंत्रिमंडल में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेमकुमार धूमल के जिले हमीरपुर और केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री जगत प्रकाश नड्डा के गृह जिले बिलासपुर को प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है. इससे लगता है बेदाग छवि वाले जयराम ठाकुर को हाई कमान ने स्वतंत्र रूप से प्रदेश के विकास के लिए काम करने की छूट दी है. धूमल के सबसे बड़े समर्थक जिनके मंत्रिमडल में आने की पूरी उम्मीद थी वे हैं सिरमौर जिला के नाहन से विजयी विधायक डॉ. राजीव बिंदल, जो पहले धूमल मंत्रिमंडल में सशक्त मंत्री रहे हैं. सिरमौर जिला को भी इस मंत्रिमंडल में कोई प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है.
बुधवार को गठित इस मंत्रिमंडल में कुल 11 मंत्री हैं. इन मंत्रियों में केवल चार ही पुराने चेहरे हैं जिनमें से मंडी के दो मंत्री मोहिन्द्रसिंह और अनिल शर्मा हैं और कांगड़ा जिले से सरवीन चौधरी और किशन कपूर हैं. अनिल शर्मा विधानसभा चुनावों से पूर्व कांग्रेस छोड़ कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे. इस मंत्रिमंडल में जनजातीय क्षेत्र को भी उचित प्रतिनिधित्व दिया गया है.
प्रदेश की जनता का अपार जनसमूह जो इस अवसर का प्रत्यक्षदर्शी बना उसे देख कर लग रहा था सारा हिमाचल रिज मैदान पर उमड़ पडा है. इससे पूर्व आज सुबह 11.30 बजे जयराम ठाकुर ने शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की उपस्थिति में शपथ ग्रहण की. प्रदेश के राज्यपाल देवव्रत ने सर्वप्रथम ठाकुर जयराम को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई.
जयराम ठाकुर ने शपथ ग्रहण करने के बाद मंडी जिला के सरकाघाट से मोहिंद्र सिंह ने शपथ ली. कांगड़ा जिले से किशन कपूर, शिमला जिले से सुरेश भारद्वाज ने संस्कृत में शपथ ली. मंडी से अनिल शर्मा ने सुरेश भारद्वाज के बाद शपथ ली. अनिल शर्मा हाल ही में कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में आए थे. कांगड़ा जिले के शाहपुर से सरवीण चौधरी ने अनिल शर्मा के पश्चात शपथ ली.
इसके इलावा जनजातीय क्षेत्र लाहुल-स्पीति से रामलाल मार्कंडेय, कांगड़ा के सुलाह से विपिन परमार, कुटलैहड़ से वीरेंद्र कंवर, चम्बा के भटियात विक्रमसिंह, कुल्लू जिले के मनाली से गोविंद ठाकुर सोलन जिले के कसौली से डॉ. राजीव सहजल ने शपथ ग्रहण की.
समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और असम के मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के अतिरिक्त 9 राज्यों के मुख्य मंत्री शामिल हुए. पार्टी मार्गदर्शक लालकृष्ण आडवाणी भी शामिल हुए. प्रधानमंत्री मोदी 11.24 बजे मंच पर पहुंचे.प्रधानमंत्री के पहुंचने पर शपथ-ग्रहण समारोह प्रारंभ हुआ.
मुख्य आकर्षण :
1. हिमाचल प्रदेश के इस मंत्रिमंडल ने कई पुरानी परिपाटियों को दरकिनार किया है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के चरण छूने का सिलसिला इस बार नहीं रहा.
2. शिमला के विधायक सुरेश भारद्वाज ने और मनाली के विधायक गोविंद ठाकुर ने संस्कृत में शपथ ली.
3. प्रधानमंत्री की प्रतीक्षा में कार्यक्रम 23 मिनट देर से प्रारंभ हुआ.
4. प्रदेश के सबसे बड़े जिले कांगड़ा को मंत्रिमंडल में 3 स्थान मिले हैं. मंडी को मुख्यमंत्री सहित 3, सोलन को एक, लाहुल, कुल्लू और ऊना को मंत्रिमंडल में एक-एक स्थान मिला है.
5 .मंत्रिमंडल में 7 नए चेहरों और तीन पुराने चेहरों को शामिल किया गया है.
6. हमीरपुर और बिलासपुर को प्रतिनिधित्व नहीं मिला है.
7.कार्यक्रम का लाइव प्रसारण मंडी और सुंदरनगर से भी किया गया. इस प्रकार हिमाचल प्रदेश देश का 14वां राज्य बन गया है जहां विशुद्द रूप से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है.
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