प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आज चार साल में पहली बार अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने जा रही है. टीडीपी द्वारा लाए गए प्रस्ताव को लोकसभा स्पीकर से मंजूरी मिलने के बाद शुक्रवार को सदन में इस पर चर्चा होगी. चर्चा के बाद इस पर वोटिंग भी कराई जाएगी. सभी पार्टियों ने अविश्वास प्रस्ताव में शामिल होने के लिए अपने सभी सांसदों को संसद में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी कर दिया है.
अविश्वास प्रस्ताव ऐसे समय में लाया गया है जब सभी पार्टियां लोकसभा और इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हुईं हैं.
मोदी सरकार के खिलाफ तेलुगू देशम ने इसी साल मार्च में भी अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, तब स्पीकर ने इसे खारिज कर दिया था लेकिन अब उन्होंने इसे मंजूर कर लिया है. लोकसभा में सदस्यों की कुल संख्या 545 होती है. स्पीकर को छोड़कर कुल सांसदों की संख्या होती है 544. फिलहाल संसद में 535 सदस्य है. इस लिहाज से बहुमत का जादुई आंकड़ा है 268.
बीजेपी नेता और संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार का दावा है कि एनडीए को कुल 314 सदस्यों का समर्थन हासिल है.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.
Jul 20, 2018
अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ 325 सांसदों ने वोटिंग की. वहीं प्रस्ताव के समर्थन में 126 सांसदों ने वोट दिया.
अविश्वास प्रस्ताव पर अब वोटिंग हो रही है. लोकसभा अध्यक्ष वोटिंग करने की प्रक्रिया के बारे में सांसदों को बता रही हैं.
बीजेडी और शिवसेना के सांसद सदन से अनुपस्थित हैं. पप्पू यादव ने भी सदन छोड़ा.
लोकसभा अध्यक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव पर ध्वनिमत लिया है. उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव को ध्वनिमत से खारिज कर दिया है लेकिन विपक्ष की तरफ से वोटिंग की मांग की जा रही है. संभवतः अविश्वास-प्रस्ताव पर वोटिंग हो सकती है.
अविश्वास प्रस्ताव पर नोटिस देने वाले सांसद के. श्रीनिवास ने लोकसभा में पीएम के भाषण के बाद कहा- पीएम मोदी का भाषण ऐसा था जैसे कि मैं कोई ब्लॉकबस्टर मूवी देख रहा हूं.
प्रधानमंत्री मोदी का भाषण खत्म, कुछ देर में होगी अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग
राज्य सरकारें मॉब लिंचिंग पर कार्रवाई करें. एनडीए सरकार नहीं बनती तो देश खतरे में होता. हमने महिलाओं का सम्मान बढ़ाया.
आपने भारत-पाकिस्तान का विभाजन किया. आज भी यहीं मुसीबत झेल रहे हैं. चंद्रबाबू का और हमारे तेलंगाना का सीएम का केसीआर का बंटवारे को लेकर झगड़ा चल रहा था. संसाधनों का विभाजन आज भी चल रहा है.
18 साल पहले अटली जी की सरकार ने तीन राज्यों का गठन किया- उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़. तीनों राज्य शांति से प्रगति कर रहे हैं लेकिन राजनीतिक लाभ पाने के लिए आपने आंध्र और तेलंगाना का गठन किया. उस समय मैंने कहा था तेलुगू हमारी मां है.
जिनके अंदर इतना अहंकार भरा है ये लोग हमें कैसे स्वीकार कर सकते हैं. कांग्रेस जमीन से कट चुकी है. ये खुद तो डूब रही है साथ में सबको लेकर डूब रही है.
बार-बार बाबा साहेब की राजनीति का मजाक उड़ाने वाले लोग आज उनके गुण गाने लगे हैं. हमें लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने की बात करते हैं जो लोग जो मुख्यमंत्री पसंद नहीं आता था उसे हटाने का काम कांग्रेस ने शुरू कर दिया था.
कांग्रेस का एक ही मंत्री है- या तो हम रहेंगे और अगर हम नहीं हुए तो फिर देश में अस्थिरता रहेगी. अफवाएं उड़ाई जाती हैं. झूठ फैलाया जाता है और आरक्षण खत्म हो जाएगा दलितों पर अत्याचार में झोंकने का काम किया जा रहा है.
आज यहां ये भी बात कही गई कि आप चौंकीदार नहीं भागीदार हैं. माननीय अध्यक्ष महोदय मैं गर्व से कहता हूं मैं चौंकीदार भी हूं भागीदार भी हूं, लेकिन सौदागर नहीं हूं.
हम कौन होते हैं जो आपकी आंख में आंख डाल सकें. एक गरीब मां का बेटा, पिछड़ा हुआ कैसे आपकी आंख में आंख डाल सकता है. इतिहास गवाह है सुभाषचंद्र बोस, मोरारजी देसाई, जे.पी के साथ कांग्रेस ने क्या किया. चौधरी चरण सिंह उनके साथ क्या किया. सरदार पटेल के साथ क्या किया. प्रणब मुखर्जी ने आंख में आंख डालने की कोशिश की तो क्या किया. शरद पवार ने आंख में आंख डाली तो क्या किया आपने. हम तो कामगार है नामदार के साथ आंख में आंख कैसे डाल सकते हैं.
राहुल पर प्रधानमंत्री ने किया हमला-
चौधरी चरण सिंह, एक किसान का इससे ज्यादा अपमान क्या हो सकता है. चंद्रशेखर जी का इसी प्रकार अपमान किया गया. पहले संयोग की रस्सी फेंको और फिर उसे धोखे से वापस खींच लो. पहले देवगौड़ा जी को अपमानित किया गया और फिर इंद्र कुमार गुजराल जी की बारी आई. कौन भूल सकता है कि कांग्रेस ने इनके साथ क्या किया.
मैं इस सदन को याद कराना चाहता हूं 1999 में राष्ट्रपति भवन के सामने खड़े होकर दावा किया गया था कि हमारे पास 272 की संख्या है. अटल जी की सरकार को सिर्फ एक वोट से गिरा दिया, लेकिन खुद जो वादा किया था वो खोखला निकला.
आपको गालियां देनी है मोदी मौजूद है जो देश के जवान मर मिटने के लिए निकले हैं उन्हें गाली देने का आपको कोई अधिकार नहीं है- प्रधानमंत्री
यहां पर राफेल विवाद को छेड़ा गया. मैं कल्पना नहीं कर सकता कि सत्य को इस प्रकार से रौंदा जाता है. बार-बार चीख कर आप देश को गुमराह करने का काम कर रहे हो. ये देश कभी ऐसे लोगों को माफ नहीं करेगा. यह दुखद है कि इस सदन में लगाए गए आरोप पर दोनों देश को खंडन करना पड़ा. ऐसी बचकाना हरकत हम करते रहेंगे क्या? देश की जनता भली-भांति जानती है कि अब सुधरने का मौका है कि राजनीति का स्तर देशहित में नहीं है. मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि ये समझौता दो जिम्मेवार सरकारों के बीच में हुआ और पूरी पारदर्शिता के बीच हुआ है.
जब भ्रष्टाचार पर सीधा प्रहार होने लगा तो उनको परेशानी होनी स्वभाविक थी. जब कोर्ट कचहरी में उन्हें भी पेश होना पड़ा तो उन्हें भी तकलीफ होने लगी. आजकल शिव भक्ति की बातें हो रही हैं. मैं भी भगवान शिव की प्रार्थना करता हूं. आपको इतनी शक्ति दें कि 2024 में आप फिर से अविश्वास प्रस्ताव दे आएं. मेरी आपको शुभकामनाएं.
कांग्रेस को खुदपर अविश्वास है. ये लोग अविश्वास से घिरे हुए हैं. उनको विश्वास नहीं है- स्वच्छ भारत, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, मुख्य न्यायधीश, आरबीआई उस पर भी कांग्रेस को विश्वास नहीं है.
अबतक 4-4.5 हजार करोड़ रुपए की संपत्ति बेनामी संपत्ति के रूप में जब्त कर ली गई है. जो खुद पर विश्वास नहीं कर सकते वो हम विश्वास क्या करेंगे.
5 मिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की तरफ देश बढ़ गया है. मैं जानता हूं इसके कारण कैसे-कैसे लोगों को परेशानी हो रही है. हमने टेक्नोलॉजी का उपयोग किया और सरकारी खजाने से निकले रुपए रोकने का काम हमने किया है.
हम लोगों ने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की. इससे गरीबों को अच्छा स्वास्थ्य लाभ मिला
आज 10 हजार से ज्यादा स्टार्ट-अप हमारे युवा चला रहे हैं. जब हम डिजिटल लेनदेन की बात करने तो इन्होंने इसका भी विरोध किया था. जो लोग इस प्रकार से जनता की ताकत को कम आंकते थे. उनको जनता ने करारा जवाब दिया है. एक महीने में 41 करोड़ रुपए का लेनदेन देश की जनता ने किया है- पीएम मोदी
एलईडी बल्ब, क्या कारण है कि इनके कार्यकाल में यह बल्ब 450-500 में बिकता था. अब 45 रुपए में एलईडी बल्ब मिलता है. मोबाइल बनाने वाली कंपनियां दो थी आज मोबाइल बनाने वाली 120 कंपनियां हैं. इनका विश्वास काम नहीं कर रहा है- पीएम मोदी
हम किसानों की आय 2022 तक दोगुना करने पर कदम उठा रहे हैं. इनको इस पर भी कोई विश्वास नहीं है. 80 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करके 99 सिंचाई योजनाओं को पूरा करने का हम काम कर रहे हैं, लेकिन इनका इस पर कोई विश्वास नहीं है.
उज्जवाल योजना से 4.5 करोड़ मताओं-बहनों को धुंआ मुक्त और विश्वास जगाने का काम हमने किया है. ये वो लोग थे जो 9 या 12 सिलेंडर में ही खोए हुए थे. बीते दो सालों में 5 करोड़ देशवासी 20 साल गरीबी से बाहर आए.
सबका साथ सबका विकास इसी मंत्री के लेकर हम काम करने वाली सरकार जब 18 हजार गांवों में बिजली पहुंची. ये काम पहले भी सरकारें कर सकती थीं लेकिन अध्यक्ष महोदय इन 18 हजार गांवों में 15 हजार गांव पूर्वी भारत के और 5 हजार गांव पूरी तरह नॉर्थ-ईस्ट के हैं. इन इलाकों में हमारे गरीब, आदिवासी रहते हैं. ये लोग काम क्यों नहीं करते थे क्योंकि इनका इसपर विश्वास नहीं था- पीएम मोदी