जनता के पैसे पर ज्यादातर सांसद बिजनस क्लास में उड़ान भरते हैं. इस मामले में लेफ्ट पार्टियों के नेता सबसे आगे हैं.
आरटीआई से पता चला है कि लोकसभा के सभी सदस्यों का एक साल का (अप्रैल 2016 से मार्च 2017) यात्रा और महंगाई भत्ते के रूप में कुल खर्च 95 करोड़ 70 लाख, एक हजार 830 रुपए रहा. वहीं राज्यसभा के सभी सदस्यों का इसी दौरान का कुल खर्च 35 करोड़ 89 लाख, 31 हजार 862 रहा. सांसदों के लिए खर्च इतना ज्यादा इसलिए है कि ज्यादातर सांसद फर्स्ट क्लास या फिर बिजनस क्लास में उड़ान भरते हैं. सांसदों के पास किराए का एक चौथाई महंगाई भत्ता के रूप में पाने का भी अधिकार है.
राज्यसभा सांसदों के हवाई खर्च
राज्यसभा के ज्यादातर सदस्यों ने एक साल के लिए 10 लाख रुपए से ज्यादा यात्रा भत्ता/महंगाई भत्ता के रूप में हासिल किया है. सबसे ज्यादा खर्चा करने वालों में सीपीआई (एम) के पश्चिम बंगाल से सांसद रीताब्रत बनर्जी रहे, जिन्होंने 69 लाख 24 हजार 235 रुपए का दावा किया है. ये राशि लगभग 6 लाख रुपए प्रति महीना है. रीताब्रत बनर्जी फिलहाल अपनी आलीशान जीवन शैली के लिए सीपीएम से सस्पेंड चल रहे हैं.
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर सीपीआई के वरिष्ठ नेता डी राजा हैं. डी राजा ने पिछले फाइनेंसियल इयर में 65 लाख 4880 रुपए का दावा किया है.
लोकसभा सांसदों के हवाई खर्च
लोकसभा के सबसे ज्यादा खर्च करने वालों में तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी एआईएडीएमके के दो सांसद हैं. इनमें पार्टी सांसद डॉ. के. गोपाल ने 57 लाख 54 हजार 307 रुपए बतौर यात्रा और महंगाई भत्ता दावा किया है. जबकि, दूसरे नंबर पी. कुमार ने 44 लाख 29 हजार 901 रुपए का दावा किया है. अंडमान और निकोबार से बीजेपी सांसद बिष्णु पद रे ने यात्रा और महंगाई भत्ते के तौर पर 41 लाख 6 हजार 684 रुपए का दावा किया है.
(एजेंसियों से इनपुट के साथ)
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