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मध्य प्रदेश: पुलिस बैंड के साथ अब गाया जाएगा वंदे मातरम और राष्ट्र गान, आम जनता भी होगी शामिल

राज्य सरकार ने हर महीने के पहले कामकाजी दिन पर सचिवालय में वंदे मातरम गाने पर लगे बैन को हटा लिया है. अब राष्ट्र गीत के साथ राष्ट्र गान भी गाया जाएगा

Updated On: Jan 03, 2019 03:34 PM IST

FP Staff

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मध्य प्रदेश: पुलिस बैंड के साथ अब गाया जाएगा वंदे मातरम और राष्ट्र गान, आम जनता भी होगी शामिल

मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से वंदे मातरम को लेकर चल रहे राजनीतिक विवाद का अंत हो गया है. राज्य सरकार ने हर महीने के पहले कामकाजी दिन पर सचिवालय में वंदे मातरम गाने पर लगा बैन हटा लिया है. हालांकि राज्य सरकार ने पहले कहा था कि उन्होंने वंदे मातरम पर बैन नहीं लगाया है, बल्कि इसे बेहतर रूप में सामने लेकर आ रहे हैं. 'बेहतर रूप' की अब घोषणा कर दी गई है.

सरकार के मुताबिक, महीने की पहली तारीख या पहले वर्किंड डे पर सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर विशेष कार्यक्रम होगा. नई व्यवस्था में भोपाल के शौर्य स्मारक से सुबह 10.45 बजे प्रारंभ होकर पुलिस बैंड राष्ट्रीय भावना जगाने वाले गीतों की धुन बजाते हुए वल्लभ भवन पहुंचेगा. आम जनता भी पुलिस बैंड के साथ चल सकेगी. पुलिस बैंड और आम जनता के वल्लभ भवन पहुंचने पर राष्ट्रीय गान 'जन-गण-मन' और राष्ट्रीय-गीत 'वंदे मातरम्' गाया जाएगा. कार्यक्रम में राज्य मंत्रि-परिषद् के सदस्य क्रम से शामिल होंगे.

नए स्वरूप में कार्यक्रम को आकर्षक बनाकर आम-जनता को इसमें शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. पहले 'वंदे मातरम्' गायन का कार्यक्रम राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा प्रत्येक माह के पहले कार्य-दिवस को सिर्फ शासकीय अधिकारी/ कर्मचारियों की ओर से किया जाता था.

पिछले 13 वर्षों से मध्य प्रदेश में ये परंपरा चली आ रही थी कि महीने के पहले कामकाजी दिन वल्लभ भवन (सचिवालय) में राष्ट्रीय गीत गाया जाता था. लेकिन राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद जनवरी महीने की पहली तारीख को यह परंपरा टूट गई. इसके बाद राज्य की कमलनाथ सरकार बीजेपी के निशाने पर आ गई थी.

विवाद बढ़ता देख मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार को ही कहा था कि हम वंदे मातरम गाने के तरीके को नया रूप देंगे और इसे नए तरीके से लागू करेंगे. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि आज या कल में इसकी घोषणा कर दी जाएगी. अपने कहे के मुताबिक, कमलनाथ सरकार ने इस फैसले की गुरुवार सुबह ही घोषणा कर दी.

इस पूरे विवाद को लेकर बीजेपी, कांग्रेस पर हमलावर हो गई थी. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को फेसबुक पोस्ट लिख कर कमलनाथ सरकार के इस कदम को दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक करार दिया था. सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने इसकी तुलना देशद्रोह से भी कर दी थी.

वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि अगर कांग्रेस को राष्ट्र गीत के शब्द नहीं आते हैं या फिर उन्हें इसे गाने में शर्म आती है, तो मुझे बता दें. हर महीने की पहली ताररीख को मैं सचिवालय प्रांगण में जनता के साथ वंदेमातरम गाऊंगा.

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