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मप्र चुनाव 2018: थमा प्रचार, दिग्गज नेताओं ने विरोधियों पर किए तीखे वार

बीजेपी ने प्रदेश की सत्ता में लगातार चौथी बार वापसी के लिए शिवराज सिंह चौहान को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित कर दिया है. वहीं कांग्रेस ने फिलहाल इस पद के लिए अपना कोई चेहरा घोषित करने से परहेज किया है

Updated On: Nov 26, 2018 08:46 PM IST

Bhasha

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मप्र चुनाव 2018: थमा प्रचार, दिग्गज नेताओं ने विरोधियों पर किए तीखे वार

मध्य प्रदेश विधानसभा का चुनाव 28 नवंबर को होने वाला है. मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए सत्तारुढ़ बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने धुंआधार चुनाव प्रचार किया. चुनाव प्रचार का यह सिलसिला सोमवार शाम को थम गया.

प्रचार के अंतिम दौर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित विभिन्न दिग्गज नेताओं ने अपने विरोधियों पर बयानों के तीखे तीर छोड़ने में कोई कोताही नहीं की.

बीजेपी ने प्रदेश की सत्ता में लगातार चौथी बार वापसी के लिए ‘मामा‘ के नाम से लोकप्रिय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित कर दिया है. वहीं कांग्रेस ने फिलहाल इस पद के लिए अपना कोई चेहरा घोषित करने से परहेज किया है.

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दिसंबर 2005 से शिवराज सिंह लगातार प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. और बीेजपी 2008 और 2013 का चुनाव उनके नेतृत्व में मध्यप्रदेश फतह कर चुकी है. मध्यप्रदेश में साल 2003 का चुनाव बीजेपी ने अपनी भगवा नेता उमा भारती के नेतृत्व में जीता था.

पिछले दिनों प्रदेश में चुनाव प्रचार अभियान में प्रधानमंत्री मोदी 10 आम सभाओं को सम्बोधित कर चुके हैं. चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में उन्होने गांधी परिवार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने राजनीति से संबंध नहीं रखने वाले अपने माता-पिता को विपक्ष द्वारा राजनीति में घसीटने का आरोप लगाया. और इसके लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया.

राहुल गांधी-नरेंद्र मोदी

राहुल गांधी-नरेंद्र मोदी

कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार के तहत प्रदेश में 15 से अधिक सभाएं और रोड शो किए. प्रचार के अंतिम दौर में राहुल ने भी मोदी पर आरोप लगाया कि मुद्दा विहीन बीजेपी ने उनके परिवार के लोगों का नाम राजनीति में घसीटा.

तीन दिन पहले इन्दौर में उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर ने रुपए की गिरती कीमत की तुलना मोदी की माता जी की बढ़ती उम्र से की थी. इस पर उन्हें बीजेपी के कोप का सामना करना पड़ा था. और मोदी ने आमसभा में कांग्रेस को फटकारते हुए कहा कि उनकी मां को राजनीति में घसीटा जा रहा है.

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मोदी ने रविवार को विदिशा में कांग्रेस अध्यक्ष सहित पार्टी नेताओं पर बरसते हुए उनके परिवार को चुनावी लड़ाई में बीच में लाने के लिए लताड़ा. उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता सहित कई पीढ़ियों के लोगों का राजनीति से कोई संबंध नहीं रहा है. जबकि कांग्रेस अध्यक्ष के परिवार के लोग राजनीति और दल में शीर्षस्थ पदों पर रहे हैं, इसलिए लोकतंत्र में उनकी जवाबदेही भी है.

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी चुनाव प्रचार के दौरान प्रदेश में अपना डेरा जमाया और कई आम सभाएं और रोड शो किए. अंत में प्रदेश के अशोक नगर में एक रोड शो के दौरान वह गिर भी पड़े लेकिन उनको कोई चोट नहीं लगी.

पिछलों दिनों प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का एक कथित वीडियो भी वायरल हुआ और प्रचार के दौरान इसकी चर्चा भी खूब हुई. इस वीडियो में कमलनाथ कुछ मुस्लिम नेताओं से मुस्लिम बहुल इलाकों में अधिक मतदान कराने की बात करते हुए दिखाई दे रहे थे.

बीजेपी ने इस वीडियो में एक समुदाय विशेष के मत लेने के आग्रह पर कमलनाथ को आड़े हाथों लिया. साथ ही उन पर लोकतंत्र का अपमान करने का आरोप लगाया. पीएम मोदी के साथ साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी आमसभाओं में कमलनाथ पर एक समुदाय विशेष के वोट लेने के आग्रह करने पर तीखी आलोचना की.

kamal nath

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने भोपाल में एक आमसभा में कहा, ‘कमलनाथ कहते हैं कि उनको एससी एसटी वोट नहीं चाहिए.’

योगी ने कहा, ‘कमलनाथ जी आपको ये अली मुबारक, हमारे लिए बजरंगबली पर्याप्त होंगे.’

बीजेपी ‘अबकी बार दो सौ पार’ का नारा देकर कार्यकर्ताओं में उत्साह भर रही है.

प्रदेश में कई विधानसभा सीटों पर इस बाद रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है. जनता भी मौन साधे हुए है और अपने मन की बात किसी को जाहिर नहीं कर रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की परम्परागत सीट बुधनी से उन्हें इस दफा मुकाबला देने कांग्रेस के पूर्व केन्द्रीय मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव मैदान में खड़े हो गए हैं.

बढ़ती उम्र के आधार पर बीजेपी के टिकट से वंचित किए गए पूर्व केन्द्रीय मंत्री सरताज सिंह ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया है. अब होशंगाबाद सीट पर वो कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर लड़ेंगे. बीजेपी के मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष डॉ सीतासरण शर्मा के खिलाफ वो ताल ठोंक रहे हैं.

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