राजनीति में ख्याति पाने का एक सस्ता और खूब इस्तेमाल हुआ तरीका यह भी है कि आप किसी प्रख्यात व्यक्ति के नाम का सहारा लेकर ऐसी बात कह दें जिससे आपको सुर्खियां मिल जाएं. बीते दो दिनों में फिल्म इंडस्ट्री के दो बड़े कलाकारों को लेकर भी ऐसी ही खबरें आई हैं. पहले खबर आई कि करीना कपूर को भोपाल से चुनाव लड़ाने की मांग की जा रही है. उसके एक दिन बाद खबर आई कि कांग्रेस पार्टी में सलमान खान को चुनाव लड़ाने पर मंथन चल रहा है.
सलमान खान और करीना कपूर का एक बड़ा प्रशंसक वर्ग है इस वजह से इन खबरों को वायरल में होने में ज्यादा वक्त नहीं लगा. करीना और सलमान के चुनाव लड़ने की ये खबरें भोपाल और इंदौर लोकसभा सीटों के लिए आई थीं. हालांकि करीना की तरफ से इस खबर का खंडन भी आ गया है. उन्होंने कहा है कि अभी उन्हें सिर्फ फिल्मों पर फोकस करना है और राजनीति में आने की बात बकवास है. सलमान की तरफ से अभी इसका कोई खंडन नहीं आया है. लेकिन बहुत आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जवाब क्या आएगा!
दिलचस्प ये है कि जब आप इस बात की जांच करेंगे कि जो नेता ऐसे बयान दे रहे हैं उनकी सियासी हैसियत क्या इतनी बड़ी है कि ये तय कर सकें कि किसे चुनाव लड़ाया जाएगा, तो आप पाएंगे ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. दरअसल करीना कपूर को भोपाल से चुनाव लड़ाने की मांग कांग्रेसी पार्षद योगेंद्र सिंह ने की है. योगेंद्र की करीना कपूर को भोपाल से चुनाव लड़वाने की मांग भले ही शीर्ष नेतृत्व तक न पहुंची हो लेकिन इससे जो खबर बननी थी वो तो बन ही गई. सभी जगह खबरें चल गईं और जिन योगेंद्र सिंह को शायद ही भोपाल के बाहर कोई जानता हो उनके नाम को देश के कोने-कोने में लोग जान गए.
इसके बाद सलमान खान के बारे में चुनाव लड़वाने की बात कहने वाले नेता भी इस स्तर के तो कम से कम नहीं जो सांसद की उम्मीदवारी तय करें लेकिन उन्होंने भी बयान दिया और सुर्खियां बनीं.
ऐसा कई बार सुना जाता है कि अमुक नेता ने कह दिया कि फलां का सिर काटकर ले आओ तो करोड़ों का इनाम मिलेगा या ऐसी ही कोई दूसरी उल जुलूल बात. कई बार कुछ मौलवी भी इसी तरह की हरकतें करते हैं. कई बार फतवे भी सस्ते तरीके से नाम पाने की हसरत में जारी कर दिए जाते हैं. लेकिन आखिरकार इनका कोई निष्कर्ष नहीं निकलता है. सलमान खान या करीना कपूर ऐसे पहले कलाकार नहीं जिनके बारे में अफवाहें उड़ाई गई हों या जिनके नाम का सहारा लेकर प्रसिद्धी पाने की कोशिश की गई हो. हाल ही माधुरी दीक्षित को लेकर भी ऐसी ही बातें सामने आई थीं.
फिल्मी कलाकरों का राजनीति में आना कोई नई बात नहीं है. हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कलाकारों की लंबी फेहरिस्त है जो राजनीति में आई है. सुनील दत्त, शत्रुघ्न सिन्हा, हेमा मालिनी, गोविंदा, विनोद खन्ना और परेश रावल सहित कई कलाकार राजनीति में आए हैं. लेकिन ये कलाकार प्रॉपर चैनल के जरिए पार्टियों में आए और चुनाव लड़े.
हालांकि राजनीति में अफवाहों का फैलना भी कोई नहीं बात नहीं है लेकिन बदलती राजनीति और तेजी से प्रसिद्धि पाने के तरीकों ने अफवाहों के इन प्रसार को वीभत्स रूप दिया है. और खराब ढंग से फैलते हुए ये अब सिर्फ राजनीति तक महदूद न होकर दूसरे क्षेत्रों में भी फैल रही है. बेहतर यही हो इस तरह के बयानों पर मीडिया बजाए इसे खबर बनाने के ढंग से खिंचाई करे जिससे अनावश्यक सुर्खियां पाने का शगल थोड़ा कम हो सके.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.