कर्नाटक सरकार ने टीपू सुल्तान जयंती समारोह का आयोजन किया. इसे लेकर बीजेपी और कांग्रेस- जेडीएस गठबंधन के बीच ठन गई है. एक तरफ जहां बीजेपी राष्ट्रविरोधी होने का आरोप लगा रही है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस बीजेपी पर देशभक्तों के प्रति बेरुखी का आरोप लगा रही है. कर्नाटक विधानसभा में आज टीपू सुल्तान की जयंती मनाई गई. लेकिन खुद सीएम कुमारस्वामी इस समारोह में मौजूद नहीं थे. इसे लेकर भी विवाद हो गया है.
सीएम की गैरमौजूदगी को लेकर कांग्रेस के एमएलए तनवीर सैत ने कहा कि- 'मुझे जानकारी दी गई है कि कर्नाटक सीएम एचडी कुमारस्वामी स्वास्थ्य कारणों से कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके. उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वरा भी समारोह में शामिल नहीं हो पाए. इसमें कोई शक नहीं कि यह समुदाय का अपमान है.'
I have information that Karnataka CM HD Kumaraswamy couldn't attend the #TipuJayanti celebrations due to health issues. Deputy CM G Parameshwara also couldn't attend. Somewhere it seems like it's an insult to the community. There's no doubt about it: Congress MLA Tanveer Sait. pic.twitter.com/zzxxVegwMA
— ANI (@ANI) November 10, 2018
सैत की इस प्रतिक्रिया पर कर्नाटक के मंत्री डी शिवकुमार ने सफाई दी कि- 'यह अपमान नहीं है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री दोनों ही दूसरे कामों में व्यस्त हैं. हम भी सरकार का हिस्सा हैं. मैं अपने दोस्त तनवीर सैत की बात से सहमत नहीं हूं.'
It can’t be an insult. Karnataka CM&Deputy CM are occupied with their issues. We are also part of the govt. I don't agree with my friend Tanveer Sait: DK Shivakumar,K'taka Min on Sait's statement,"CM & Deputy CM not attending #TipuJayanti celebrations an insult to the community." pic.twitter.com/Uzjl9jBwYG
— ANI (@ANI) November 10, 2018
वहीं कार्यक्रम के आयोजन पर बीजेपी ने राज्य सरकार पर हमला बोला है. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा- टीपू सुल्तान नफरत का प्रतीक था. उसकी जयंती मनाना आश्चर्य की बात है. हम कांग्रेस से पूछना चाहते हैं कि चर्च और मंदिरों को गिराने वाला और हजारों ईसाईयों और हिंदूओं की हत्या करने वाले की प्रशंसा राज्य सरकार एक सरकारी आयोजन कर उसकी प्रशंसा कैसे कर रही है?
To hold a state govt event on #TipuSultan Jayanti who is a symbol of hatred, is surprising. We want to ask Congress how the one who destroyed Churches & temples & killed thousands of Christians & Hindus, is praised in a state govt event?: Union Minister Prakash Javadekar pic.twitter.com/AUdIuA6kjk
— ANI (@ANI) November 10, 2018
लेकिन यूपी सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी के विपरीत बयान दे दिया है. उन्होंने कहा है कि- टीपू सुल्तान ने ब्रिटिश शासकों के खिलाफ लड़ाई में सहायता की थी. इसलिए मुझे लगता है कि जिसने भी ब्रिटिश के खिलाफ लड़ाई में साथ दिया और देश को बनाने में अपना योगदान दिया उनका सम्मान होना चाहिए.
Tipu Sultan had also contributed to fight against the British forces. So, I believe that the people who had contributed to build our nation and helped us seek freedom from British should be respected: Swami Prasad Maurya,UP Minister pic.twitter.com/DznUHuE052
— ANI UP (@ANINewsUP) November 10, 2018
कर्नाटक सरकार ने 2015 में ही टीपू सुल्तान जयंती को राज्य स्तर पर मनाने का फैसला किया था. 5 बार के लोकसभा सांसद हेगड़े सत्ताधारी कांग्रेस सरकार के आलोचक रहे हैं. वह 2015 से ही टीपू जयंती कार्यक्रम की आलोचना करते रहे हैं. बीजेपी ने राज्य सरकार पर मुसलमानों के तुष्टिकरण आरोप लगाया. राज्य सरकार ने बीजेपी को सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने से बाज आने की सलाह दी थी.
हर साल टीपू सुल्तान की जयंती मनाने को लेकर कांग्रेस बीजेपी के बीच राजनीति अपने चरम पर होती है. तीखी नोंकझोंक और आरोपों प्रत्यारोपों का सिलसिला भी लगातार चलता है. बीजेपी टीपू कन्नड भाषा और हिंदू विरोधी बताकर उनका विरोध करती है.
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