जेडीएस के प्रत्याशी एलआर शिवरामेगौड़ा ने मांड्या लोकसभा सीट उपचुनाव में भारी मतों से जीत हासिल की है. उनके सामने बीजेपी के आर सिद्धारमैया थे जिन्हें करीब तीन लाख से अधिक वोटों से हार का मुंह देखना पड़ा है.
जीत हासिल करने वाले शिवरामे गौड़ा बेंगलुरु डेवलपमेंट अथॉरिटी के चेयरमैन रह चुके हैं. इसके अलावा वो कर्नाटक हाउसिंग बोर्ड के भी चेयरमैन रह चुके हैं.
वेबसाइट न्यूज़ मिनट पर प्रकाशित खबर के मुताबिक शिवरामे के बेंगलुरु में कई शिक्षण संस्थान हैं. वो रॉयल कॉनकोर्ड इंटरनेशनल स्कूल के फाउंडर भी हैं.
बीजेपी में रह चुके हैं शिवरामे
शिवरामे गौड़ा बीजेपी में भी रह चुके हैं. 2009 लोकसभा चुनाव में उन्होंने मांड्या सीट से ही बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार को मुंह देखना पड़ा था. साल 2017 में उन्होंने बीजेपी छोड़कर जेडीएस की ओर रुख किया था.
जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन में ही था विरोध
शिवरामे की जीत इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के भीतर ही उन्हें टिकट दिए जाने को लेकर कई लोग खफा थे. कहा जाता है कि इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को बीच में आना पड़ा था और गुस्साए लोगों को शांत कराना पड़ा था.
किसको मिले कितने वोट
चुनाव में जेडीएस के एलआर शिवरामे गौड़ा को 5,53,374 वोट हासिल हुए जबकि बीजेपी प्रत्याशी सिद्धारमैया को 2,44,377 वोट मिले. कांग्रेस के बागी प्रत्याशी एम होनेगौड़ा को 17,842 मतों से संतोष करना पड़ा. 15 हजार लोगों ने नोटा का बटन दबाया.
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