कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी आज बहुमत परीक्षण का सामना करेंगे.
With a hope for an end to the turmoil in #Karnataka, over government formation, newly sworn-in Chief Minister #HDKumaraswamy is going to face a floor test today to prove his majority.
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जेडीएस-कांग्रेस-बीएसपी गठबंधन के नेता कुमारस्वामी ने बुधवार को विपक्ष के तमाम बड़े नेताओं की मौजदूगी में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
After formation of coalition government, I request the voters of Rajarajeswari Nagar and Jayanagar to believe in me. I have a bigger vision for the development of the state: Karnataka CM HD Kumaraswamy pic.twitter.com/e4OW3T2Lex
— ANI (@ANI) May 24, 2018
मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने राजेश्वरी नगर और जयनगर के वोटरों को विश्वास दिलाया कि वे उनके कार्यों पर भरोसा रखें. कुमारस्वामी ने यह भी कहा कि समग्र कर्नाटक के विकास के लिए उनका नजरिया काफी व्यापक है. मुख्यमंत्री ने बहुमत परीक्षण के ठीक बाद वित्त मंत्रालय के अधिकारियों की बैठक बुलाई है जिसमें वे कई बड़े फैसले ले सकते हैं.
I have called a meeting of finance ministry officials tomorrow after the floor test. I'll take all decisions after the floor test: Karnataka Chief Minister HD Kumaraswamy pic.twitter.com/XQ7W7Q4Myn
— ANI (@ANI) May 24, 2018
कांग्रेस के 78 विधायक हैं जबकि कुमारस्वामी की जेडीएस के 36 और बीएसपी का एक विधायक है. गठबंधन ने केपीजेपी के एकमात्र विधायक और एक निर्दलीय विधायक के समर्थन का भी दावा किया है. कुमारस्वामी ने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी.
बीजेपी के बीएस येदियुरप्पा ने 17 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी लेकिन सदन में विश्वास मत हासिल करने से पहले ही उन्होंने इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था. शपथ लेने के बाद कुमारस्वामी ने विश्वास मत हासिल किए जाने के बारे में विश्वास जताया था लेकिन उन्होंने आशंका भी जताई थीं कि उनकी सरकार को गिराने के लिए बीजेपी ‘ऑपरेशन कमल’ दोहराने का प्रयास कर सकती है.
‘आपरेशन कमल’ या ‘ऑपरेशन लोटस’ नाम के शब्द 2008 में उस वक्त इस्तेमाल किए गए थे जब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद संभाला था. पार्टी को साधारण बहुमत के लिए तीन विधायकों की दरकार थी. ‘ऑपरेशन कमल’ के तहत कांग्रेस और जद एस के कुछ विधायकों को भाजपा में शामिल होने के लिए राजी किया गया था. उनसे कहा गया था कि वे विधानसभा की अपनी सदस्यता छोड़कर फिर से चुनाव लड़ें. उनके इस्तीफे की वजह से विश्वास मत के दौरान जीत के लिए जरूरी संख्या कम हो गई थी और फिर येदियुरप्पा विश्वास मत जीत गए थे.
बीजेपी ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए अपने वरिष्ठ नेता और पांच बार के विधायक एस सुरेश कुमार को उतारा है. कांग्रेस के रमेश कुमार ने सत्तारूढ़ गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में इस पद के लिए अपना नामांकन भरा है. बीजेपी उम्मीदवार ने कहा, ‘संख्या बल और कई अन्य कारकों के आधार पर हमारी पार्टी के नेताओं को विश्वास है कि मैं जीतूंगा. इसी विश्वास के साथ मैंने नामांकन दाखिल किया है.’
यह पूछने पर कि बीजेपी के केवल 104 विधायक हैं तो ऐसे में उनके जीतने की संभावना क्या है, सुरेश कुमार ने कहा, ‘मैंने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. शुक्रवार दोपहर सवा बारह बजे चुनाव है. चुनाव के बाद आपको पता चल जाएगा.’
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May 25, 2018
सदन में विपक्ष के नेता येदियुरप्पा ने कहा कि वो सदन से वॉक आउट इसलिए कर रहे हैं क्योंकि कुमारस्वामी की सरकार ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया है. उन्होंने कहा कि 28 मई को वे राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे
बीजेपी ने सदन से किया वॉक आउट, कुमारस्वामी के विश्वास मत के पक्ष में 116 वोट पड़े. विपक्ष में कोई वोट नहीं पड़ा
विश्वास मत प्रस्ताव के बाद बीजेपी ने सदन से वॉक आउट किया. 222 सदस्यीय विधानसभा में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के पास विधानसभा अध्यक्ष समेत कुल 117 विधायकों का समर्थन है. इनमें जेडीएस के 36, कांग्रेस के 78 और अन्य 3 विधायक शामिल हैं. वहीं बीजेपी के पास महज 104 सीटें हैं.
सूत्रों का कहना है कि ट्रस्ट वोट के प्रस्ताव के बाद बीजेपी सदन से वॉक आउट कर सकती है. 222 सदस्यीय विधानसभा में जेडीएस-कांग्रेस गढबंधन के पास कुल 118 विधायकों का समर्थन है. इनमें जेडीएस के 37, कांग्रेस के 78 और अन्य तीन विधायक शामिल हैं. वहीं बीजेपी के पास महज 104 सीटें हैं.
एचडी कुमारस्वामी ने कर्नाटक विधानसभा में पेश किया विश्वास मत
कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी नेता सुरेश कुमार के अपना नाम वापस ले लिए जाने के बाद कांग्रेस विधायक के आर रमेश कुमार को शुक्रवार को सर्वसम्मति से कर्नाटक विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया. रमेश कुमार साल 1994 से 1999 तक विधानसभा अध्यक्ष थे. वह विधानसभा में शक्तिपरीक्षण का संचालन करेंगे जिसमें मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी अपना बहुमत साबित करेंगे.
द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रमेश कुमार के स्पीकर चुने जाने के बाद डीके शिवकुमार ने उन्हें बधाई दी और कहा कि 'उनके (रमेश कुमार) दोबारा स्पीकर चुने जाने के बाद इस कुर्सी को और सम्मान मिला है. आप हमें प्रशिक्षण के लिए हैदराबाद ले गए, हम इसे नहीं भुला सकते. स्पीकर पद के लिए आपसे बेहतर कोई नहीं हो सकता.
बीएस येदियुरप्पा ने कहा, स्पीकर पद की मर्यादा बनी रहे और स्पीकर बिना किसी चुनौती के जीते, इसके लिए हमने अपने प्रत्याशी को वापस ले लिया.
कांग्रेस के रमेश कुमार को कर्नाटक विधानसभा का स्पीकर चुना लिया गया.
कर्नाटक: स्पीकर की रेस से बीजेपी हटी. बीजेपी ने स्पीकर पद के लिए अपने प्रत्याशी का नाम वापस लिया
विधायकों की बैठक में डीके शिवकुमार और आनंद सिंह भी शामिल हैं.
बहुमत परीक्षण से पहले कांग्रेस नेता रामलिंगा रेड्डी ने कहा, हम चाहेंगे सरकार पांच साल चले. हम अच्छा शासन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
बेंगलुरु स्थित विधान सौध में कांग्रेस विधायक दल के नेताओं की बैठक जारी है.
सीएम कुमारस्वामी ने गुरुवार को एक आधिकारिक बयान में कहा कि वे हर दिन अपने घर वाले दफ्तर में जनता से मिलेंगे. सीएमओ की रिलीज के मुताबिक, 'मुख्यमंत्री जिस दिन बेंगलुरु में होंगे, उस दिन 10 से 11 बजे के बीच अपने घर के दफ्तर 'कृष्णा' में जनता से मिलेंगे.'
बहुमत परीक्षण और स्पीकर के चयन से पहले बेंगलुरु में कर्नाटक विधान सौध पहुंचते कांग्रेस के विधायक.
कर्नाटक की डीजीपी नीलमणी राजू का ट्रांसफर कर दिया गया है. कुमारस्वामी के शपथ के दिन ममता बनर्जी ने उनके बारे में शिकायत की थी कि उन्हें कार्यक्रम में आने के लिए कुछ मीटर तक पैदल चलना पड़ा. एएनआई एक वीडियो में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कुछ मीटर तक पैदल चलते हुए देखा जा सकता है.
थरूर ने कहा, इसमें कोई दो राय नहीं कि बीजेपी राजनीतिक चंदे का ज्यादातर पैसा उपयोग करती है. इसलिए क्योंकि चंदा उन्हें जाता है जो सत्ता में रहते हैं. नतीजतन ज्यादातर विपक्षी पार्टियों को फंड की कमी है खासकर कांग्रेस को जिसकी पहुंच राष्ट्रीय स्तर की है.
कर्नाटक चुनावों का अनुभव बताते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा, कर्नाटक में ज्यादातर उम्मीदवारों ने अपने पैसे से चुनाव लड़ा लेकिन एक सीट पर चंदे से काम चलाया गया. इसे हम आम चुनावों में आजमा सकते हैं. केरल में हमने यात्राएं कर फंड जुटाया. इस तरीके को भी राष्ट्रीय स्तर पर आजमाया जा सकता है.
बहुमत परीक्षण के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा, मुझे कोई टेंशन नहीं. मैं बहुमत परीक्षण जीतने जा रहा हूं.
कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन 117 विधायकों का समर्थन होने का दावा करता है जिसने कांग्रेस के रमेश कुमार को इस पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है. रमेश कुमार 1994 से 1999 तक विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं. रमेश कुमार ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है.
विपक्षी बीजेपी ने वरिष्ठ नेता एस सुरेश कुमार को कर्नाटक विधानसभा में अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है. विधानसभाध्यक्ष का चुनाव आज होगा. एचडी कुमारस्वामी सरकार की ओर से विश्वास मत पेश करने से पहले संभवत: शक्ति परीक्षण कराने के मकसद से बीजेपी ने यह कदम उठाया है.
कांग्रेस नेता और प्रदेश के उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलने की इजाजत नहीं देने पर सवाल उठाते हुए येदियुरप्पा ने कहा कि इससे संकेत मिलता है कि गठबंधन के सहयोगी के प्रति रवैया दोस्ताना नहीं है. बीजेपी नेता ने कहा, ‘कुमारस्वामी के घमंडी और निरंकुश व्यवहार से यह साफ हो जाता है कि उनका कांग्रेस पार्टी में विश्वास और भरोसा नहीं है.
बीजेपी की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी पर ‘घमंडी और निरंकुश’ रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि उन्हें नहीं लगता है कि गठबंधन में सहयोगी कांग्रेस पर मुख्यमंत्री का किसी प्रकार का विश्वास और भरोसा है.
कर्नाटक में राजनीतिक संकट पैदा होने के बाद पिछले नौ दिन से एक आलीशान रिज़ॉर्ट और होटल में रह रहे विधायक अपने परिवारों से दूर हैं और अपने परेशानी भरे दिन खत्म होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. ऐसी खबरें हैं कि इन विधायकों की फोन तक भी पहुंच नहीं है कि वे अपने परिजन के संपर्क में रह सकें लेकिन कांग्रेस और जेडीएस के नेता इन दावों को नकार रहे हैं.
खबरों में कहा गया कि विधायकों ने कम से कम एक दिन के लिए अपने घर जाने की इजाजत मांगी लेकिन उनका अनुरोध नहीं माना गया. यूं तो कोई भी इन दावों की प्रामाणिकता का पता नहीं लगा सकता लेकिन विधायकों को मीडिया से दूर रखा गया है.(भाषा)
बीजेपी की ओर से ‘ऑपरेशन कमल’ दोहराए जाने की आशंका ने कर्नाटक में ‘रिज़ॉर्ट की राजनीति’ को लंबा खींच दिया है. विधानसभा में मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बहुमत परीक्षण से एक दिन पहले गुरुवार को भी कांग्रेस और जेडीएस के विधायक होटल में ही हैं.
बीते 15 मई को राज्य की जनता की ओर से विधानसभा चुनाव में त्रिशंकु जनादेश दिए जाने के बाद से ही दोनों पार्टियों के विधायक होटल में हैं.