राजस्थान पुलिस ने दलित नेता और गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवाणी को जयपुर एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया है. दरअसल वह राजस्थान के नागौर में एक मीटिंग करने जा रहे थे. पुलिस का कहना है कि जहां मेवाणी मीटिंग के लिए जा रहे थे वहां धारा 144 लगी हुई है. इसके साथ पुलिस ने उन्हें जयपुर घूमने से भी रोक दिया गया है.
इस पर जिग्नेश ने ट्वीट कर कहा 'अब DCP कह रहे हैं कि आप जयपुर भी नहीं जा सकते और वह मुझे वापस अहमदाबाद जाने के लिए जोर लगा रहे हैं. यहां तक कि मुझे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की भी इजाजत नहीं दी गई.'
Now the DCP is saying u r not allowed to move around even in Jaipur and they are forcing me to fly back to Ahmedabad and also not allowing to hold even a press conference...this is shocking
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) April 15, 2018
इसके बाद उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा 'पिछले 2 घंटे से मैं जयपुर के डीसीपी से पूछ रहा हूं कि आपके पास मुझे रोकने का कोई ऑर्डर है तो उनके पास कोई जवाब नहीं है. वह कह रहे हैं ऊपर से बोला गया है. उन्होंने मेरा मोबाइल फोन भी ले लिया है.'
For the past 2 hours I am asking the on duty DCP of Jaipur whether he has any order to restrict my movement he has no answer. He saying 'upar se bola hai'..he took away local dalit activist's mobile also. As per law, this is a case of legally confining me, if nt kidnapping.Shame
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) April 15, 2018
हालांकि पुलिस ने बाद में जिग्नेश को आदेश पत्र दे दिया है. जिसमें उनके आगे जाने पर रोक लगी हुई है. इसमें पुलिस ने कहा है कि उनके जाने से वहां का माहौल बिगड़ सकता है. खबरों के मुताबिक जिग्नेश मेवाणी की कार के सामने पुलिस की तीन गाड़ियां थीं.
इस दौरान जिग्नेश मेवाणी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर भी निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट किया 'अगर भागवत मनुस्मृति के बारे में चर्चा करने नागौर जाते हैं, तो राजे उन्हें अनुमति दे देती है. वहीं मैं बाबा साहेब अंबेडकर के सिद्धांतों पर चर्चा करने जाना चाहता हूं तो मुझे रोका जा रहा है. वसुंधरा जी हमारा भी वादा रहा चुनाव में मजा आएगा.'
If Bhagwat was going at Nagor district of Rajasthan to talk about Manusmriti, Raje would have allowed him. But since I was supposed to talk about the philosophy of baba Saheb Ambedkar they are restricting my movements. Vasundhara ji, hamara bhi vada raha chunav me maza ayenga..
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) April 15, 2018
असम में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रैली में कहा था कि सीआरपीएफ जवानों का त्याग बेकार नहीं जाएगा क्योंकि केंद्र में कांग्रेस की सरकार नहीं बल्कि बीजेपी की सरकार है.
मनमोहन सिंह ने कहा कि किसानों के जरिए आत्महत्या करने और किसान आंदोलन के कारण अर्थव्यवस्था असंतुलन के बारे में पता चलता है.
शहीद के परिवार से मुलाकात करने के बाद योगी आदित्यनाथ ने हर संभव मदद का भरोसा दिलाया
आदिल के पिता गुलाम ने कहा, 'हम CRPF के जवानों की मौत की खुशी नहीं मना रहे. हम परिवारों का दर्द समझते हैं, क्योंकि यहां हम सालों से हिंसा का सामना कर रहे हैं
प्रदर्शन करने वाले लोगों के हाथ में तिरंगा भी नजर आ रहा है और उनके चेहरे पर पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा है