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MP: नाराज BSP विधायक बोलीं- मैं मंत्रियों की बाप, सरकार हमने ही बनाई है

BSP विधायक रमाबाई सिंह ने कहा है कि हम मंत्रियों के बाप हैं. हमने ही सरकार बनाई है. इससे पहले भी रमाबाई ने चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया तो यहां भी कर्नाटक जैसे हालात पैदा हो जाएंगे

Updated On: Jan 26, 2019 02:20 PM IST

FP Staff

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MP: नाराज BSP विधायक बोलीं- मैं मंत्रियों की बाप, सरकार हमने ही बनाई है

मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को एक बार फिर से बहुजन समाज पार्टी की विधायक ने चेतावनी दी है. मध्य प्रदेश में भी कर्नाटक जैसी स्थिति को लेकर धमकाने वाली BSP विधायक रमाबाई सिंह (Ramabai Singh) ने इस बार तो हद ही पार कर दी है. उन्होंने कहा है कि हम मंत्रियों के बाप हैं. हमने ही सरकार बनाई है. इससे पहले भी रमाबाई ने कमलनाथ (Kamal Nath) सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया तो मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में भी कर्नाटक जैसे हालात पैदा हो जाएंगे.

न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा जारी वीडियो में बीएसपी विधायक रमाबाई साफ कह रही हैं कि हम मंत्री बन जाए तो अच्छा काम करेंगे, नहीं बने तो भी सही काम करेंगे...हम मंत्रियों के बाप हैं, हमने ही सरकार बनाई है. उन्होंने यह बयान शुक्रवार को दिया है.

मध्य प्रदेश में बीएसपी के दो विधायक हैं. दोनों विधायकों रमाबाई सिंह और संजीव सिंह कुशवाहा ने मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को समर्थन दिया है. लेकिन मंत्री नहीं बनाए जाने के कारण ये बयान देकर राज्य की कांग्रेस सरकार को मुश्किलों में खड़ी करते रहते हैं.

इससे पहले भी रमाबाई सिंह ने कहा था कि अगर कमलनाथ हमें मंत्री नहीं बनाते हैं तो मैं ही नहीं उनके अन्य लोग भी इसका विरोध करेंगे. उन्हें सभी सहयोगियों को खुश रखना होगा. अगर वो चाहते हैं कि गठबंधन मजबूत रहे तो सबसे पहले उन्हें हमें मजबूत करना होगा. उन्हें हमें मंत्री बनाना चाहिए.

संजीव कुशवाहा को कैबिनेट और खुद के लिए मांगा था राज्य मंत्री का दर्जा

यह पहली बार नहीं है जब बीएसपी विधायक रमाबाई ने कमलनाथ सरकार के लिए संकट खड़ा किया है. बीते 7 जनवरी को उन्होंने पार्टी विधायक संजीव कुशवाहा के लिए कैबिनेट मंत्री और खुद को राज्य मंत्री बनाने की मांग की थी.

नवंबर 2018 में हुए मध्य प्रदेश विधानसभा के नतीजों में कांग्रेस 114 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. वहीं बीजेपी के खाते में 109 सीटें आई थी. तब बहुमत से दूर कांग्रेस को बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के 2, समाजवादी पार्टी के 1 और 4 निर्दलीय विधायकों ने सरकार बनाने के लिए अपना समर्थन दिया था.

बीएसपी सुप्रीम मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस को मध्य प्रदेश और राजस्थान में बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया था. इसके बाद कांग्रेस के पास गठबंधन के तहत कुल 121 विधायकों का समर्थन हासिल हुआ था और उसने 15 वर्षों बाद उसने राज्य में अपनी सरकार बनाई थी.

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