हिमाचल प्रदेश में कुल 68 विधानसभा सीटें हैं जहां 9 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. वोटों की गिनती 18 दिसंबर को होगी. हिमाचल प्रदेश में 7,521 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जाएंगे. यहां पूर्व की बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे किशन कपूर धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतरे हैं.
धर्मशाला की इस सीट से कांग्रेस सरकार में शहरी विकास, आवास एवं नगर नियोजन मंत्री सुधीर शर्मा कड़ी टक्कर दे सकते हैं. पहली बार सुधीर शर्मा को साल 2003 में हिमाचल प्रदेश के बैजनाथ चुनाव क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया था. साल 2007 में बैजनाथ चुनाव क्षेत्र से जीत हासिल की थी फिर साल 2012 में धर्मशाला विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी.
सुधीर शर्मा ने 2012 के विधानसभा चुनाव में धर्मशाला की सीट से 21,241 वोट हासिल किए थे जबकि बीजेपी में रहे कैबिनेट मंत्री को मात्र 16,241 वोट ही मिले थे.
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हालांकि किशन कपूर ने 2007 के विधानसभा चुनाव में धर्मशाला सीट से कांग्रेस की चन्द्रेश कुमारी के खिलाफ भारी मतों से जीत हासिल की थी. उन्होंने इस सीट पर 20,362 वोट हासिल किए थे. जबकि कांग्रेस की चन्द्रेश कुमारी ने सिर्फ 12,746 वोट ही जीत सकीं थी.
वहीं थोड़ा और पीछे जाएं, तो 1993 के विधानसभा चुनाव में किशन कपूर ने चन्द्रेश कुमारी को हराकर जीत हासिल की थी. बीजेपी के किशन कपूर को 11,950 वोट मिले थे, वहीं कांग्रेस की चन्द्रेश कुमारी को मात्र 11,533 वोट मिले थे.
किशन कपूर धर्मशाला से तीन बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके है. और दो बार विजयी रहे हैं. किशन कपूर क्या 2017 के हिमाचल विधानसभा चुनाव में जीत का परचम लहार पाएंगे?
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