इस बार हिमाचल प्रदेश में बीजेपी सत्ता वापसी की पुरजोर कोशिश में लगी है. इस लिहाज से शिमला जिले के जुब्बल-कोटखाई की सीट बहुत ही खास है. वैसे तो ऐतिहासिक रूप से इस सीट पर अधिकतर बार कांग्रेस को जीत मिलती रही है. लेकिन 2007 में बीजेपी के नरेंद्र बरागटा ने कांग्रेस के रोहित ठाकुर को लगभग 3000 वोटों से हराकर पहली बार इस सीट पर बीजेपी का परचम लहराया था. तत्कालीन बीजेपी सरकार में वे बागबानी मंत्री भी रहे.
2012 में कांग्रेस के रोहित ठाकुर ने एक बार फिर से वापसी करते हुए बीजेपी के नरेंद्र बरागटा को लगभग 9000 वोटों के अंतर से करारी मात दी. 2003 में भी कांग्रेस के टिकट पर रोहित ठाकुर विजयी हुए थे.
हार चुके हैं यहां से वीरभद्र सिंह
इस बार भी मुकाबला इन्हीं दो चिर प्रतिद्वंद्वियों के बीच है. इस विधानसभा क्षेत्र से तीसरे प्रत्याशी निर्दलीय लोकिंद्र झौहटा हैं.
कांग्रेस के लिए यह सीट इस वजह से भी खास है क्योंकि 1985 में यहां से वीरभद्र सिंह विधायक रह चुके हैं. हालांकि 1990 में जनता दल के उम्मीदवार के तौर पर राम लाल वीरभद्र सिंह को हरा चुके हैं. राम लाल इस क्षेत्र से 7 बार विधायक रह चुके हैं. एक बार को छोड़कर वे हर बार कांग्रेस के टिकट पर जीतते रहे हैं. वीरभद्र सिंह को हराने के बाद वे फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
इस बार बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने अपना पूरा दमखम झोंक दिया है. प्रेम कुमार धूमल भी बीजेपी के नरेंद्र बरागटा के पक्ष में रैली कर चुके हैं. कांग्रेस के रोहित ठाकुर के रैलियों में भी खबरों के मुताबिक भारी भीड़ उमड़ रही है.
देश भर में बढ़ती रेप की घटनाओं के लिए मध्य प्रदेश के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने पॉर्न वेबसाइट्स को जिम्मेदार ठहराया है
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अब जल्द ही पार्टी के प्रचार के लिए कर्नाटक का दौरा करने वाले हैं
आरटीआई के तहत मोहन कुमार शर्मा ने 26 नवंबर 2016 को आवेदन देकर उक्त जानकारी मांगी थी
सलमान खुर्शीद ने कहा कि कांग्रेस नेता होने के नाते ये धब्बे मेरे दामन पर भी लगे हैं
CBSE 24 अप्रैल को JEE Main 2018 की आंसर-की जारी करेगा; आंसर को चैलेंज करने की अंतिम तारीख 27 अप्रैल है