गुजरात में सत्ता की कमान फिर से विजय रूपाणी के हाथों में आ गई है. आज जानते हैं कि आखिर कौन हैं दोबारा गुजरात के मुख्यमंत्री बनने जा रहे विजय रूपाणी.
विजय रूपाणी का जन्म 2 अगस्त 1956 में म्यांमार में हुआ था. रूपाणी ने छात्र नेता के रूप में राजनीति में एंट्री की थी. उन्होंने छात्र नेता के रूप में ABVP के साथ अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था. छात्र राजनीति के साथ-साथ वह RSS से भी जुड़े रहे. 1971 में उन्होंने जनसंघ का दामन थामा. 1976 में इमजेंसी के दौरान रूपाणी भुज और भावनगर की जेल में बंद थे. इसके बाद वह 1978 से 1981 के बीच संघ प्रचारक रहे.
1987 में विजय रूपाणी राजकोट म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के कॉर्पोरेटर चुने गए और ड्रेनेज कमेटी के चेयरमैन भी बने. इसके बाद विजय रूपाणी को प्रदेश की राजनीति में बड़ी जिम्मेदारी 1998 में मिली. इस साल उन्हें बीजेपी गुजरात के महासचिव की जिम्मेदारी दी गई और उन्होंने केशुभाई पटेल के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान मेनिफेस्टो कमेटी के अध्यक्ष के रूप में भी सेवा दी. 2006 में उन्हें गुजरात टूरिज्म का चेयरमैन चुना गया. वह 2006 से 2012 तक राज्यसभा सदस्य भी रहे.
19 फरवरी 2016 को विजय रूपाणी को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई. इससे पहले यह पद आर.सी फालदू के पास था. विजय रूपाणी ने 7 अगस्त 2016 को गुजरात के मुख्यमंत्री की शपथ ली. इसके अलावा रूपाणी श्री पुलजित रूपाणी ट्रस्ट नामक एक एनजीओ भी चलाते हैं.
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