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लोकसभा चुनाव 2019: शिवसेना के साथ चुनाव नहीं लड़ेगी BJP-सूत्र

बीजेपी शायद ऐसा कोई दोस्त नहीं चाहती जो चुनावों में साथ रहते हुए माहौल बिगाड़ दे..

Updated On: Jan 03, 2019 06:45 PM IST

FP Staff

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लोकसभा चुनाव 2019: शिवसेना के साथ चुनाव नहीं लड़ेगी BJP-सूत्र

2019 शुरू होते ही लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है. बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह ने महाराष्ट्र में बीजेपी के सांसदों के साथ मुलाकात की है. सूत्रों के मुताबिक, अमित शाह ने अपने सांसदों को लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने के लिए तैयार रहने को कहा है.

महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना है. लेकिन पिछले कुछ समय से दोनों के बीच का मतभेद साफ उजागर होने लगा है. महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी के मुकाबले खराब प्रदर्शन के बाद से ही दोनों पार्टियों के बीच मतभेद बढ़ा है. विधानसभा चुनावों में बीजेपी को 122 और शिवसेना को सिर्फ 63 सीटों पर ही जीत मिली थी.

यह भी पढ़े: शिवसेना ने मोदी पर बोला बड़ा हमला, कहा- PM बनने के बाद उन्होंने पहली बार सच बोला

हाल में एक इंटरव्यू में नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के मुद्दे पर कहा था कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद ही वह अध्यादेश लाएंगे. इसके बाद शिवसेना लगातार पीएम मोदी को निशाने में ले रही है. शिवसेना ने पीएम पर तंज करते हुए यह कहा था कि बीजेपी के शासन में राम मंदिर नहीं बनेगा तो कब बनेगा.

क्या है शिवसेना का पक्ष?

शिवसेना के नेता संजय राउत ने बुधवार को प्रधानमंत्री के राम मंदिर के बयान पर हमला बोलते हुए कहा था कि उनके लिए भगवान राम से कानून से ज्यादा बड़े नहीं हैं. अब पार्टी के मुखपत्र सामना में भी मोदी के खिलाफ जमकर हमला बोला गया है. सामना के संपादकीय में यहां तक लिख दिया गया है कि नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार सच बोला है.

प्रधानमंत्री ने पहली जनवरी एक इंटरव्यू में बोला था कि राम मंदिर पर पहले न्यायिक प्रक्रिया खत्म हो जाने दीजिए, उसके बाद अध्यादेश लाने पर विचार किया जाएगा. उनके इस बयान पर उनकी सहयोगी पार्टियों और अध्यादेश की मांग कर रहे संगठनों ने काफी विरोध दर्ज कराया है. शिवसेना ने अब सामना में लिखा है कि पीएम मोदी ने पद संभालने के बाद पिछले चार-पांच सालों में पहली बार सच बोला है.

पार्टी के चीफ उद्धव ठाकरे भी अध्यादेश लाकर मंदिर निर्माण की बात कर चुके हैं. उन्होंने कहा है कि कोर्ट में ये मामला दशकों से पड़ा हुआ है. अब वक्त है कि अध्यादेश लाया जाए.

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