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बिप्लब देब का नया 'ज्ञान': पानी में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाते हैं बतख

मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि वो चाहते हैं कि हर परिवार चार से पांच बतख पाले. बतख पालने से उनके परिवार और बच्चों की प्रोटीन और विटामिन की जरुरतें पूरी होंगी

Updated On: Aug 28, 2018 03:40 PM IST

FP Staff

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बिप्लब देब का नया 'ज्ञान': पानी में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाते हैं बतख

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने कहा है कि वह राज्य में ग्रामीणों के बीच बतख वितरित करना चाहते हैं. क्योंकि उनका मानना है कि बतख ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देंगे. साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि बतख इसके अलावा भी कई फायदे पहुंचाते हैं. उनका कहना है कि बतख न सिर्फ पानी को रीसाइकल करते हैं बल्कि उनके तैरने से जल निकायों में ऑक्सीजन का स्तर भी बढ़ाता है.

देब नीरमहल के चारों ओर एक कृत्रिम झील रुद्रसागर में पारंपरिक बोट रेस के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने ये बात कही. मुख्यमंत्री ने कहा कि झील के पास रहने वाले मछुआरों को 50,000 बतख वितरित करने की उनकी योजना है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए त्रिपुरा के ग्रामीणों को सफेद बतख वितरित किए जाएंगे.

उसके बाद देब ने बताया कि ये फायदेमंद क्यों है- 'जब बतख पानी में तैरते हैं, तो पानी में ऑक्सीजन का स्तर स्वचालित रूप से बढ़ता है. इससे ऑक्सीजन रीसाइकल हो जाता है. पानी में मछलियों को अधिक ऑक्सीजन मिलता है. साथ ही बतखों के मल से भी फायदा मिलता है. इस प्रकार मछली पालन को लाभ होगा और मछलियां तेजी बढ़ेगी. वो भी पूरी तरह कार्बनिक तरीके से.'

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इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि वो चाहते हैं कि हर परिवार चार से पांच बतख पाले. बतख पालने से उनके परिवार और बच्चों की प्रोटीन और विटामिन की जरुरतें पूरी होंगी. देब ने दावा किया कि बतख और पॉलट्री गांव की संस्कृति का हिस्सा है. 25 साल के सीपीएम नेतृत्व वाले वाम मोर्चा के शासन में ये पारंपरिक पहचान खत्म हो गई.

त्रिपुरा जुक्तिबाद विकास मंच के मिहिर लाल रॉय ने मुख्यमंत्री के इस ऑक्सीजन वाले बयान को बेतुका करार दिया है. त्रिपुरा जुक्तिबाद विकास मंच एक ऐसी संस्था है जो 2010 से ही लोगों के अंदर वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने का काम कर रही है. रॉय ने कहा कि 'मुझे नहीं पता कि उन्होंने ऐसे आधारहीन वक्तव्य क्यों दिए. हम एक मुख्यमंत्री से बेहतर ज्ञान की उम्मीद करते हैं. यह सच है कि अगर पानी में हलचल होती है तो उससे ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है. लेकिन इस बात का कोई वैज्ञानिक साक्ष्य नहीं है कि बतखों के तैरने से ये काम हो सकता है.'

त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस के तापस डे ने मुख्यमंत्री के वक्तव्य की आलोचना की है. उन्होंने मुख्यमंत्री को एक गंभीर नीतिगत सुझाव, जिसमें हजारों लोगों की आजीविका के लिए काम करने की रुपरेखा हो ऐसे कमेंट किए जाने चाहिए.

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