याचिकाकर्ता डॉक्टर वाईडी सिंह ने कहा कि परवेज परवाज की ओर से प्रस्तुत डीवीडी मॉर्फड है. फॉरेंसिक रिपोर्ट में यह बात स्पष्ट हो गई है. सिंह के वकील अशोक कुमार शुक्ला ने कहा कि अदालत के आदेश पर मुख्यमंत्री सहित पांच लोगों के खिलाफ 2008 में कैंट पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था.
2014 में हुआ स्पष्ट, डीवीडी के साथ हुई थी छेड़छाड़
जांच के बाद मामला सीबी सीआईडी को सुपुर्द कर दिया गया था. जांच के दौरान परवेज परवाज ने सुबूत के तौर पर एक डीवीडी पेश की थी, जिसमें भड़काऊ भाषण होने की बात कही गई थी. जांचकर्ताओं ने डीवीडी जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजी थी. वहां 2014 में जांच में स्पष्ट हुआ कि डीवीडी के साथ छेड़छाड़ की गई है.
वकील शुक्ला ने बताया कि प्रयोगशाला की रिपोर्ट के बाद सीबी सीआईडी ने अपनी अंतिम रिपोर्ट लगा दी थी. उसे परवेज ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी लेकिन अदालत ने उसे खारिज कर दिया. अब स्थानीय अदालत ने परवेज के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं.
परवेज इस साल 26 सितंबर से सामूहिक बलात्कार के एक मामले में गोरखपुर जेल में बंद है. कैंट थाना प्रभारी ने शुक्रवार को कहा कि जैसे ही अदालत का आदेश मिलेगा परवेज के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.
गोरखपुर की स्थानीय अदालत ने कथित भड़काऊ भाषणों की मॉर्फड डीवीडी के आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मामला दर्ज कराने वाले व्यक्ति परवेज परवाज के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया है.