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हताशा में BJP, उसके कार्यकर्ता SP-BSP गठबंधन में शामिल होने को बेचैन: अखिलेश

यादव ने अपने ट्वीट में कहा, बीजेपी का ना केवल शीर्ष नेतृत्व, बल्कि बीएसपी-एसपी गठबंधन के बाद जमीनी कार्यकर्ताओं ने भी हार मान ली है

Updated On: Jan 13, 2019 01:10 PM IST

FP Staff

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हताशा में BJP, उसके कार्यकर्ता SP-BSP गठबंधन में शामिल होने को बेचैन: अखिलेश

एसपी-बीएसपी गठबंधन की हुई औपचारिक घोषणा के बाद अब अखिलेश यादव ये दावा कर रहे हैं कि भगवा पार्टी के नेताओं ने दो क्षेत्रीय दिग्गजों के गठबंधन के बाद हार मान ली है. बीजेपी के कार्यकर्ता अब 'हमारा बूथ, हुआ चकनाचूर' जैसे नारे लगा रहे हैं. वह एसपी-बीएसपी गठबंधन में शामिल होना चाहते हैं.

यादव ने अपने ट्वीट में कहा, बीजेपी का ना केवल शीर्ष नेतृत्व, बल्कि बीएसपी-एसपी गठबंधन के बाद जमीनी कार्यकर्ताओं ने भी हार मान ली है. ऐसे निराश-हताश बीजेपी नेता-कार्यकर्ता अस्तित्व को बचाने के लिए अब बीएसपी-एसपी में शामिल होने के लिए बेचैन हैं.

वहीं शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि बीजेपी के खिलाफ 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए विपक्षी दलों का कोई भी महागठबंधन अराजकता, भ्रष्टाचार और राजनीतिक अस्थिरता लेकर आएगा. लोकसभा चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन की घोषणा के बाद योगी ने कहा, 'जो लोग एक-दूसरे को पसंद नहीं करते हैं, वे महागठबंधन के बारे में बातें कर रहे हैं. यह गठबंधन भ्रष्टाचार, अराजकता और राजनीतिक अस्थिरता के लिए है.'

1993 में एक साथ चुनाव लड़ने के 25 साल बाद समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने शनिवार को एकबार फिर से आगामी लोकसभा चुनाव साथ में लड़ने का ऐलान किया. एसपी मुखिया अखिलेश यादव और बीएसपी सुप्रीमो ने लखनऊ में सांझा प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर इस बात का ऐलान किया. एसपी और बीएसपी आगामी लोकसभा चुनाव में गठबंधन के तहत उत्तर प्रदेश की 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. दो सीटें छोटी पार्टियों के लिए छोड़ी गई हैं जबकि अमेठी और रायबरेली की दो सीटें कांग्रेस पार्टी के लिए छोड़ना तय किया गया है. हालांकि कांग्रेस इस गठबंधन में शामिल नहीं है.

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