बुधवार को बीजेपी के महासचिव राम माधव ने बताया कि पार्टी ने जम्मू कश्मीर में राज्यपाल शासन को कायम रखने का फैसला लिया है. गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में बीते पांच महीनों से जारी राज्यपाल शासन 19 दिसंबर को खत्म हो रहा था.
बीजेपी महासचिव ने कहा कि राज्य में राज्यपाल शालन लगने के बाद से यहां के हर क्षेत्र में विकास देखने को मिला है. उन्होंने आगे कहा, इस विकास को देखते हुए पार्टी ने गवर्नर रूल की अवधि को थोड़े और वक्त तक बढ़ाने का फैसला लिया है.
गौरतलब है कि जून महीने में पीपल्स डेमोक्रैटिक पार्टी (पीडीपी) नेता महबूबा मुफ्ती ने सूबे के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. दरअसल गठबंधन सरकार में सहयोगी बीजेपी ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया था, जिसके चलते मुफ्ती को इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद से ही राज्य में राज्यपाल शासन है.
Ever since Governor rule has been imposed in the J&K there has been development in all sectors. Even the public is happy. So, the party has decided that Governor's Rule should continue for some more time: Ram Madhav, BJP pic.twitter.com/ZyJMfRpybx
— ANI (@ANI) November 14, 2018
पिछले दिनों राज्य में निकाय चुनावों के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि अब जल्द ही विधानसभा के भी चुनाव कराए जा सकते हैं. हालांकि बीजेपी महासचिव के बयान से यह साफ हो गया है कि सरकार फिल्हाल चुनाव कराने के पक्ष में नहीं है.
असम में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रैली में कहा था कि सीआरपीएफ जवानों का त्याग बेकार नहीं जाएगा क्योंकि केंद्र में कांग्रेस की सरकार नहीं बल्कि बीजेपी की सरकार है.
मनमोहन सिंह ने कहा कि किसानों के जरिए आत्महत्या करने और किसान आंदोलन के कारण अर्थव्यवस्था असंतुलन के बारे में पता चलता है.
शहीद के परिवार से मुलाकात करने के बाद योगी आदित्यनाथ ने हर संभव मदद का भरोसा दिलाया
आदिल के पिता गुलाम ने कहा, 'हम CRPF के जवानों की मौत की खुशी नहीं मना रहे. हम परिवारों का दर्द समझते हैं, क्योंकि यहां हम सालों से हिंसा का सामना कर रहे हैं
प्रदर्शन करने वाले लोगों के हाथ में तिरंगा भी नजर आ रहा है और उनके चेहरे पर पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा है