सोमवार को अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो अफगान नेताओं के साथ बातचीत के लिए अचानक काबुल की यात्रा पर पहुंच गए. नाम ना उजागर करने की शर्त पर एक अफगान अधिकारी ने पोंपियो के काबुल आगमन की पुष्टि की. अधिकारी ने कहा कि अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ पोंपियो संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में हिस्सा भी लेंगे.
मालूम हो कि इसी सास अप्रैल महीने में पोंपियो को अमेरिका के विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी. विदेश मंत्री बनने के बाद यह पोंपियो की पहली आधिकारिक अफगानिस्तान यात्रा है. पोंपियो की यात्रा का मकसद तालिबान को कूटनीतिक, सैन्य और सामाजिक दबाव से यह मनवाना है कि वह जंग नहीं जीत सकते हैं. साथ ही पोंपियो तालिबान को सुलह के लिए आगे आने पर भी दवाब बनाना चाहते हैं.
पांपियो अफगानिस्तान में पिछले महीने ईद के दौरान होने वाले संघर्षविराम के बाद काबुल आए हैं. ईद के दौरान अफगानिस्तानी सैनिकों और तालिबानी लड़ाकों के बीच युद्धविराम हुआ था. इस दौरान दोनों की तरफ से एक-दूसरे के खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई नहीं हुई थी. हालांकि राष्ट्रपति गनि के अनुरोध के बाद भी तालिबान ने ईद के बाद संघर्षविराम खत्म कर दिया था.
इस बीच सऊदी अरब में इस्लामी बुद्धिजीवियों की एक अंतरराष्ट्रीय बैठक होने वाली है. उम्मीद की जा रही है कि यह अफगान संघर्ष रोकने में भूमिका निभाएगी.
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